इस बार पौड़ी में किसानों को मिलेगा ये फायदा
मीडिया लाइव: पौड़ी जिले में आगामी 2 अक्टूबर से कृषि महोत्सव शुरू होने जा रहे है। इसके लिए जिला प्रशासन ने रबी की फसल-2016 के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले के तकरीबन सभी ब्लाकों में ये कृषक महोत्सव आयोजित किये जाएंगे। जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित महकमों को को कृषक रथों के साथ लोगों को अन्य सभी लोक कल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारियां देने के निर्देश दिए हैं।
डीएम ने सभी विभागों को कह दिया है कि जिले के किसानों को पुष्प, मत्स्य, शहद, बड़ी इलायची, अखरोट समेत उत्पादन की नई विधियां बताई जाएं। ताकि इन उत्पादों की पैदावर में जिले के किसान बढ़ोतरी कर सकें। इसके अलावा तय किया गया है कि इन कृषक महोत्सवों में कृषि विज्ञान केंद्र भरसार के कृषि वैज्ञानिक भी किसानों को उन्नत खेती करने की आधुनिक विधियां बताएंगे।
यह महत्वपूर्ण बैठक जिला मुख्यालय में स्थित विकास भवन सभागार में आयोजित की जिसकी अध्यक्षता डीएम ने की। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की तरफ से चयनित टीम लीडर न्याय पंचायतवार लोगों को साथ बैठकें कर किसानों को खेती करने को प्रेरित करें। ताकि काश्तकार आधुनिक खेती के गुर सीख सकें और अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकें। डीएम ने कहा कि विशेषज्ञ काश्तकारों को पहाड़ों की भौगोलिकता को देख कर ही खेती करने की विधियां बताएं।
आपको बता दें कि सरकार की तरफ से काश्तकारों को बीज, कृषि यंत्र, फसल नष्ट होने पर उसका बीमा आदि की सुविधाएं फ्री में दी जा रही है। डीएम ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, सहकारिता समेत सभी विभागों को तमाम लोक कल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारियां लोगों मुहैया कराने को कहा है।
समाज कल्याण विभाग को विशेषकर सरकारी की सभी योजनाओं की जानकारी व उनके आवेदन भी महोत्सव के तहत कराने को कहा है। इसमें गौरादेवी कन्याधन योजना, विधवा, विकलांग व पुरोहित पेंशन योजनाओं के आवेदन पत्रों को महोत्सव के दौरान ही वितरित करने को के स्पष्ट आदेश दिये। जिलाधिकारी ने लीड बैंक, कॉपरेटिव, उद्योग, दुग्ध व पर्यटन विभाग से महोत्सव के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने, महिलाओं को स्वयं सहायता समूह बनाने तथा शिक्षित व बेरोजगारों को रोजगार को लिए कर्ज सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा।
इसके अलावा कृषि विशेषज्ञों से किसानों को परंपरागत खेती करने की विधियां बताने को कहा। इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी डा. देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि जिले के 15 ब्लाकों की 118 न्याय पंचायतों में 18 कृषक रथों का संचालन किया जाना है। कृषक महोत्सव में कोई खामी न रह जाए इसके लिए अतिरिक्त प्रभारियों की भी तैनाती की गई है। कृषि विभाग, उद्योग विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र भरसार आदि विभागों की ओर से बीज व कृषि यंत्रों के स्टॉल भी लगाए जाने तय किये गयें हैंं। महोत्सव में किसानों को आधे से भी कम कीमत पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। बैठक में आत्मा परियोजना की भी जानकारियां दी गई। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लोगों को आकाशवाणी से विभिन्न कृषि कार्यक्रमों की जानकारियां समय-समय पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इस मौके पर सीडीओ विजय कुमार जोगदंडे, डीडीओ वेद प्रकाश, जिला उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार, डा. रजनीष सिंह, कृषि विशेषज्ञ डा. अंशुमान सिंह, बीडीओ थलीसैंण नरेंद्र सिंह, पितांबर दत्त, अवधेश कुमार आदि मौजूद रहे।