सौंदर्यीकरण के साथ स्मूथ ट्रैफिक का दावा…
मीडिया लाइव, देहरादून: विकास की अवधारणा के संकल्प को जिला प्रशासन फलीभूत करने का प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशन में शहर के चौक चौराहो, शहर के ड्रेनेज सिस्टम आदि समस्त क्षेत्रों में कार्य प्रगति पर है। कुठाल गेट सहित शहर के अन्य चौक चौराहों के विस्तारीकरण, सुधारीकरण का कार्य युद्धस्तर पर पर गतिमान है। डीएम स्वयं इन कार्यों की अपने स्तर पर मॉनिटिरिंग कर रहे है। प्राजेक्ट कुठालगेट में, जिससे कुठालगेट को सिर्फ एक्सीडेंट न्यूनीकरण नहीं, नई स्लीप रोड, पर्वतीय संस्कृति प्रदर्शन को संभव कर दिखया जिला प्रशासन ने।
डीएम ने गहन विश्लेषण पश्चातः प्रशासन नजर पड़ी तो कुठाल गेट पर नवीन साइड मोटोरेबल स्लिप रोड निकाल दी। साथ ही कुठालगेट को परम्परागत शैली, के साथ विकसित कर भव्य बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री के ‘‘संस्कृति परम्परा’’ संवर्धन के साथ विकास की अवधारणा के संकल्प को फलीभूत करते डीएम सविंन बसंल। कुठालगेट सौन्दर्यीकरण, साइड रोड कार्य युद्धस्तर पर जारी, मानसून पूर्व समयावधि तय की है। जिससे पर्यटकों को सुगम सुविधा, लोक परम्परा सस्कृति, पहाड़ी शैली के दर्शन हो सकेंगे। जाम से मिलेगा निजात, दुर्घटना में आएगी कमी, लाखों पर्यटक धरोहरों, पर्वतीय संस्कृति संजोकर ले जाएंगे।
डीएम स्थलीय निरीक्षण कर चुके हैं तथा स्वंय मॉनिटिरिंग कर रहे हैं।जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यों को पूर्ण करने की तय की है डेडलाईन, निर्धारित समयावधि में हरहाल में कार्य पूर्ण करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए गए हैं। जिला प्रशासन का दावा है कि जन सरंचनाओं के एक साथ कदम उठवाए है शहर के चौक निर्माण, पहाड़ीशैली सौन्दर्यीकरण व साईड रोड निर्माण कार्य किया जा रहा है। पहली बार ट्रैफिक सुगमता, जनसुरक्षा एवं पारम्परिक लोक संस्कृति दर्शन, एक साथ होंगे साथ ही कुठालगेट एवं अन्य चौहारों पर एकसाथ उच्च स्तर आधुनिकरण की ओर बढ रहे हैं, जिनके मानसून पूर्व कार्य पूर्ण हो जाएगा।
इस काम काम के लिए पूर्व में ही सर्वे, कान्सेप्ट तैयार कर लिया था लिया था जिसके लिए निरंतर धनराशि की व्यवस्था की जा रही थी। शहर के चौराहों पर नवीन अवधारणा का परिचय देते हुए दो अतिरिक्त मोटोरेबल स्लिप रोड निकाल दी, जिससे यातायात सुगमता में सहायता मिलेगी। डीएम के ठेकेदार एवं अधिकारियों को कार्यस्थल पर मैन, मटिरियल, मशीनरी को डबल करने के सख्त निर्देश है तथा हर हाल में मानसून से पहले कार्य पूर्ण किये जाने हैं।