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मीडिया लाइव : मिशन मानवता: जनपद पुलिस,बीमार असहाय महिला व बालिका को किया हॉस्पिटलाइज!

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मीडिया लाइव ऋषिकेश/पौड़ी : सनातन धर्म में महाकाल शिव का सर्वोच्च स्थान है। देवाधिदेव महादेव शिव को जल सबसे प्रिय है। इसीलिए उन्हें श्रावण मास में विशेषकर जल चढ़ाने की परंपरा भारतीय सनातन प्रेमियों में आदि काल से चली आ रही है। इसी आस्था और विश्वास के चलते उत्तराखंड के हरिद्वार ऋषिकेश और नीलकंठ क्षेत्र में शिवभक्त कांवड़ियों का करोड़ों की संख्या में आवागमन होता है। यह विश्व प्रसिद्ध कांवड यात्रा इस महीने में अपने अलग ही अंदाज में दिखाई देती है। खास कर उत्तराखंड, यूपी, हिमाचल और हरियाणा में शिव मंदिरों में हर सोमवार को पवित्र गंगाजल चढ़ाने की प्रथा है। यूं तो देशभर के शिव भक्त सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं।

रावण मेले की तैयारियों को लेकर और सुरक्षा की दृष्टि से इन सभी राज्यों में सरकार, पुलिस,प्रशासन और शासन को विशेष तैयारियां करनी होती हैं। सुरक्षा और शांति व्यवस्था का जिम्मा पुलिस के लिए बेहद संवेदनशील होता है। हर एक छोटी बड़ी घटना पर पुलिस प्रशासन की बारीक निगाह रहती है। यात्रा में शामिल होने आए श्रद्धालुओं का पग पग पर ध्यान रखना होता है।

अब खबर विस्तार से : श्रावण माह के शुभारंभ के साथ ही कांवड़ यात्रा सुचारु रुप चल रही है। नीलकंठ महादेव और बम बम भोले के जयकारों के बीच शिवभक्त नीलकंठ महादेव मंदिर में दर्शन कर अपने-अपने गंतव्य की ओर बढ़ने लगे हैं। मेले की गंभीरता और विराटता को देखते हुए सुरक्षा और शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए एसएसपी पौड़ी यशवन्त सिंह चौहान ने जनपद के सभी पुलिस कार्मिकों को मानवीय दृष्टिकोण अपनाने को प्राथमिकता के तौर पर रखने की हिदायत दी है। स्वयं नीलकंठ क्षेत्र में निगरानी करने को पहुंचे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की तरफ से लगातार पुलिस अफसरों और कर्मचारियों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी बात को लेकर पुलिस कप्तान ने अपने अधीनस्थ सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित कर खास ब्रीफिंग की गई थी। जिसमें श्रद्धालुओं की हर संभव मदद किए जाने को लेकर व्यवस्था बनाने को लेकर आगाह किया गया था। जिसका नतीजा सोमवार 18 जुलाई देखने को मिला। यहां नीलकंठ महादेव मंदिर के प्रवेश मुख्य मार्ग पर कन्हैयालाल नाम के व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि एक बुजुर्ग महिला नीलकंठ पैदल चलने वाले रास्ते में अचेत अवस्था में पड़ी हुयी है। सूचना पर उपनिरीक्षक(वि.श्रे) कृपाल सिंह और मुख्य आरक्षी (प्रशि) कमलेश मेहरा के ने अपनी मोटर साइकिल से त्वरित गति से मौके पर पहुंचकर देखा तो एक महिला जिसकी आंखे पूर्णरूप से खुली हुयी एवं अचेत अवस्था में पडी हुयी थी। मौके पर थानाध्यक्ष धूमाकोट दीपक तिवारी मय पुलिस टीम ने उक्त महिला को छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर से ऑक्सीजन दी तथा महिला के हाथ पैरों की मालिश कर महिला के मुंह में बूंद बूंद कर पानी डालते हुए चिकित्सक व एंबुलेंस को बुलाया गया। पुलिस टीम ने चिकित्सक के आने तक बीमार की मदद की। चिकित्सक और एंबुलेंस के आने तक महिला की हालत में काफी सुधार हो गया था।
एक अन्य प्रकरण में पुलिस टीम को कावंड मेले के दौरान सूचना मिली कि एक बालिका आंचल (उम्र 8 वर्ष) पुत्री सोनू, निवासी-भानियावाला, देहरादून जो कावंड मेला क्षेत्र में मौजूद घर की छत से नीचे गिर गयी है। तत्काल थानाध्यक्ष धुमाकोट दीपक तिवारी व चिकित्सक श्री नागेन्द्र गैरोला व उपनिरीक्षक(वि श्रे.) कृपाल सिंह मय पुलिस टीम द्वारा उक्त बालिका एवं बीमार/घायल महिला को एंबुलेंस द्वाराAIIMS ऋषिकेश उपचार हेतु भेजा गया। एंबुलेंस चालक से इस संबंध में वार्ता की गयी तो बताया कि महिला पूर्णरूप से खतरे से बाहर है और बोल रही है और बालिका अभी इलाजरत है। महिला के साथ आए उसके बेटे ने बताया कि मेरी माता जी का नाम पार्वती देवी पत्नी पंचम सिंह निवासी गांव कावर बमोरी, थाना बिसनबाड़ा, जिला कवर वमोरी मध्य प्रदेश उम्र 60 वर्ष है। महिला के परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस के इस कार्य की प्रशंसा की है।