स्पोर्ट क्लाइंबिंग का शौक है तो पहुंचें एनआईएम…
अगर आपको युवा हैं और आपको चट्टानों पर चढ़ने का शौक है, तो एनआईएम (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान) पहुंच जाएं. ओलंपिक में स्पोर्ट क्लाइंबिंग को एक नई स्पर्धा के रूप में शामिल किया गया है। जिसे देखते हुए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने भी कसरत शुरू कर दी है। उत्तरकाशी स्थित ये संस्थान पर्वतारोहण समेत स्पोर्ट क्लाइंबिंग के प्रशिक्षण के लिए विख्यात है। लिहाजा अपनी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति और स्तर के अनुसार संस्थान नई ओलंपिक स्पर्धा के लिए तैयारी में जुट गया है। जिसके तहत 16 व 17 मार्च को ट्रेनिंग टेलेंट हंट कार्याशाला आयोजित की गई है। जिसके लिए उत्तराखंड के युवा 8 से 13 वर्ष, 14 से 18 वर्ष व 18 से 24 वर्ष आयु वर्ग में पंजीकरण करा सकते हैं। सभी प्रतिभागियों के लिए एनआईएम की तरफ से आवास, भोजन, उपकरण व अन्य संसाधन निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा संस्थान ने हर तीन माह के अंतराल में स्पोर्ट़स क्लाइंबिंग के साथ ही माउंटेन बाइकिंग, राफ्टिंग, माउंटेन मैराथन जैसे खेलों का आयोजन करने का निर्णय लिया है। संस्थान के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट के मुताबिक उत्तराखंड में साहसिक खेलों की बड़ी संभावनाएं हैं। इन खेलों के लिए यहां के युवाओं में कुछ नैसर्गिक गुण हैं, एनआईएम की कोशिश है कि इन खेलों को बढ़ावा देकर, ऐसे युवाओं को तालाशा जाए जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर सकें।
क्या है स्पोर्ट कलाइंबिंग
ये रॉक क्लाइंबिंग की ही एक विधा है। जिसमें क्लाइंबर को चट्टान पर पहले से लगे हुए एंकर्स के सहारे चढ़ता है। क्लाइंबर के साथ सुरक्षा के लिए एक रस्सी भी होती है। शारीरिक दमखम और हाथों की मजबूती वाले इस खेल में दो तरह की सपर्धा होती है। पहली है रूट क्लाइंबिंग, जिसमें विशेषज्ञ रूट सेटर द्वारा तय किए गए रूट पर ही चढ़ना होता है। इस रूट को सबसे कम समय में तय करने वाला प्रतिभागी विजयी होता है। दूसरा है स्पीड कलाइंबिंग, जिसमें कोई रूट तय नहीं होता। इसमें समतल सतह पर लगे एंकर्स पर प्रतिभागियों को तेजी से चढ़ना होता है। छोटी दूरी की दौड़ की तरह यह काफी रोमांचक स्पर्धा है।
एनआईएम पहले भी कर चुका है बड़े आयोजन
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान साल 2004 में स्पोर्ट क्लाइंबिंग का एशिया कप करवा चुका है। जिसमें भारत समेत चीन और कजाकिस्तान के क्लाइंबर शामिल हुए थे। इस सफल आयोजन के दूसरे साल संस्थान ने राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया। जिसमें देश के कई राज्यों से क्लाइंबर उत्तरकाशी पहुंचे थे। इन दोनों आयोजनों को संस्थान के परिसर में स्थित पाइन बाउल स्टेडिमय में कराया गया। जिसमें स्पोर्ट्स कलाइंबिंग के मानकों के अनुरूप आर्टीफीशियल रॉक तैयार की गई है।