MEDIA LIVE: अंकिता का अंतिम संस्कार हुआ, सीएम धामी से बातचीत के बाद पिता ने लिया फैसला !
श्रीनगर: रोते विलखते और नम आंखों से भरे हुए हजारों लोगों की मौजूदगी में श्रीनगर के आईटीआई घाट पर उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। भाई ने अजय ने बहन अंकिता के चिता को मुखाग्नि दी। वहीं, सुबह से पहले अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर नाराज लोगों ने बदरीनाथ-ऋषिकेश हाईवे को जाम कर दिया था। इससे पहले अंकिता का परिवार प्रोविजन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं था और परिजनों ने अंतिम संस्कार से मना कर दिया था।
लेकिन आखिरकार सीएम पुष्कर सिंह धामी और जिला प्रशासन के समझाने पर परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ। जिसके बाद श्रीनगर के आईटीआई घाट अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस दौरान भारी भीड़ घाट पर अंकिता को विदाई देने के लिए मौजूद रही। लोग आंखो में आंसू और विलाप करते पहाड़ की इस बेटी को आखिरी विदाई देते नजर आए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संकिता हत्याकांड की फास्ट ट्रैक सुनवाई की जाएगी। मामले की एसआईटी जांच चल रही है। जो भी इस मामले में लिप्त पाया जाएगा उसे सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। इसके अलावा परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी। सीएम ने कहा कि वे अंकिता के पिता की सैल्यूट करते हैं। कि इतनी विपरीत परिस्थितियों और जन समर्थन के बाद भी उन्होंने हिम्मत दिखाई और बेटी के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। मुख्यमंत्री ने माना की इतनी जघन्य वारदात पर जनता का आक्रोश जायज है, जिसे स्वीकार किया जाना चाहिए।

पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी। जो बीती 18 सितंबर को रहस्यम तरीके से लापता हो गई थी। जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया।
पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की।
अंकिता को न्याय दिलाने के लिए आज दिन भर पहाड़ के कई जिलों में लोगों के हुजूम सड़कों पर उतरे । कर जगह बाजरा बंद कर लोगों ने प्रदर्शन किया। बता दें कि इस कहानी हत्या कांड ने पूरे उत्तराखंड में उबाल पैदा कर दिया है। लोगों की सहन शक्ति जवाब देती नजर आ रही है।