जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना के उत्तराखण्ड मूल के दो जवान शहीद
वीर भूमि उत्तराखण्ड के लाल देश की रक्षा के लिए लगातार अपना लहू बहा रहे हैं, अपने प्राण न्योछावर कर रहे हैं. सोमवार को फिर एक घटना में भारतीय सेना के दो जवान नायक सुरेंद्र सिंह नेगी जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में नियंत्रण रेखा पर गश्त के दौरान शहीद हो गए।जबकि दूसरी घटना में कुमायूँ क्षेत्र के जवान हवलदार दीपक कार्की पाकिस्तान की ओर की गई गोलीबारी में शहीद हो गए।
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उलंघन करते हुए गोलीबारी की जा रही है। सोमवार को पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर और राजौरी के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी की और मोर्टार दागे।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि गढ़वाल राइफल्स के जवान नायक सुरेंद्र सिंह नेगी बालनोई इलाके में नियंत्रण रेखा के पास गश्त लगा रहे थे तभी अचानक वह अचेत हो गए। उन्होंने बताया कि साथी जवान तुरंत सुरेन्द्र सिंह को अस्पताल ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो चुकी थी।
8वीं गढ़वाल राइफल्स के जवान सुरेंद्र सिंह नेगी मूलरूप से चमोली के कोट कंडारा स्थित सुनाली गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रहता हैं। अपने परिवार में सबसे छोटे सुरेंद्र सिंह नेगी वर्ष 2005 में 8वीं गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे। उनका पूरा परिवार सेना और देशसेवा के लिए समर्पित रहा है। उनके पिता गोविंद सिंह नेगी (83 वर्षीय) तथा बड़ा भाई सुलभ सिंह भी सेना से रिटायर्ड है। जबकि मंझला भाई दुलभ सिंह भी गढ़वाल राइफल्स में अपनी सेवा दे रहा है। जवान सुरेंद्र सिंह की शहीद होने की खबर से उनका पूरा परिवार व परिजन सदमे में है इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। शहीद सुरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके गांव पहुंचेगा।

वहीं दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उलंघन करते हुए गोलीबारी की जा रही है। सोमवार को पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर और राजौरी के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी की और मोर्टार दागे। इस हमले में सेना का जवान शहीद हो गया। जम्मू में सेना के जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्दर आनंद ने कहा पाकिस्तानी सेना ने राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उन्होंने बताया कि सीमा पार से सुबह साढ़े पांच बजे गोलीबारी शुरू हुई, जिसका भारतीय सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया। इस हमले में भारतीय सेना के जवान हवलदार दीपक कार्की शहीद हो गए हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल ने कहा, हवलदार कार्की एक बहादुर, अत्यधिक प्रेरित और एक ईमानदार सैनिक थे। राष्ट्र हमेशा उनके सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति उनके समर्पण का ऋणी रहेगा।’ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए वह चौथे सैन्यकर्मी हैं। पाकिस्तान ने राजौरी जिले में चार और 10 जून को गोलीबारी की थी जिनमें दो जवान शहीद हुए थे और 14 जून को पुंछ जिले में सीमा पार गोलीबारी में अन्य एक जवान शहीद हुए थे। जम्मू-कश्मीर सीमा पर इस साल पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी काफी बढ़ गई है। 10 जून तक पाकिस्तान 2,027 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका था। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने सोमवार सुबह करीब 3.30 मिनट पर एलओसी के पास भारी गोलीबारी कर सीजफायर तोड़ा.
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भारतीय सेना के दोनों जवानों की शहादत को नमन करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए हैं, मैं उनके बलिदान को शत-शत नमन करता हूं। ईश्वर शहदों के परिजनों को धैर्य प्रदान करें। सरकार हमेशा शहीदों के परिजनों के साथ खड़ी है.