सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, निर्भया केश, गुनहगारों की फांसी की सजा बरकरार
2012 का 16 दिसंबर. ये तारीख शायद ही कोई देशवासी भूल सके. निर्भया गैंग रेप की वो दर्दनाक वारदात पर आरोपियों को आज देश की सर्वोच्च अदालत फैसला सुनाने जा रही है. तकरीबन पांच साल बाद आने वाले इस फैसले पर पूरे देश की निगाहें हैं. क्या इसके चारों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई जाएगी या उसे उम्रकैद में बदला जाएगा. निर्भया के मां बाप सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं और फैसला थोड़ी देर में आने वाला है.
16 दिसंबर 2012 को 23 साल की पैरामेडिकल की छात्रा के साथ दिल्ली मेंं रेप हुआ था. इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने दोषियों के खिलाफ मौत की सजा सुनाई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. इस मामले में सितंबर 2013 में 6 दोषियों के खिलाफ मौत की सजा सुनाई गई थी जिसे दिल्ली हाई कोर्ट ने 2014 में बरकरार रखा. इनमें से एक दोषी राम सिंह ने तिहाड़ जेल के अंदर ही फांसी लगा ली थी. जबकि एक और दोषी नाबालिग होने के कारण अपनी तीन साल की सुधारगृह की सजा पूरी कर चुका है.