MEDIA LIVE: COVID19: एसआई शाहिदा परवीन और सिपाही लईक अहमद ने पेश की मिशाल
मीडिया लाइव: “कर्तव्य और देश सेवा पहले” जैसी बात को चरितार्थ करते हुए हमारे कोरोना योद्धा हर जगह जी जान से जुटे हैं. इसमें फ्रंटियर पर जहां डॉक्टर और नर्सिंग सहित हॉस्पिटल स्टाफ शामिल हैं. वहीं बाहर सड़कों और गलियों और मोहल्लों और हाइवे पर हमारे पुलिस के जवान और अधिकारी 24 घंटे मुस्तैद हैं. जनता को किसी तरह की मुसीबत न हो और वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से आमजन सुरक्षित रहे इसके लिए दिन-रात एक किये हुए हैं. कोई ब्यक्ति भूखा न रहे किसी को कोई अन्य हेल्थ सम्बन्धी समस्या न हो, हर तरह की सहायता में देश भर के राज्यों की पुलिस जुटी हुई है. लेकिन उत्तराखण्ड पुलिस की तरफ से इस पूरी प्रक्रिया में बेहद संजीदगी का परिचय दिया जा रहा है. जहां कड़ाई से कानून का पालन कराय जा रहा है, वहीं लोगों की हर जरूरत का खयाल भी रखा जा रहा है. ऐसे में हमारे पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाना जनता का कर्तब्य है. जो सोशल मीडिया और तमाम मुख्यधारा के मीडिया में देखने को भी मिल रहा है. लोग दिल खोल कर उत्तराखण्ड पुलिस की सराहना कर रहे हैं. लेकिन बावजूद इसके समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खुद की जान को तो जोखिम में डाल ही रहे हैं. वे अपने और समाज के लिए भी घातक बनते जा रहे हैं. जिसका जिक्र पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रहा है. ऐसे लोग इस भयावह बीमारी को गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं बल्कि उनके लिए धर्म और मजहब ज्यादा बड़ा हो गया है. वे जबरन सार्वजनिक जगहों पर भीड़ इकट्ठी कर रहे हैं और सामाजिक-शारीरिक दूरी के सबसे जरूरी नियमों की धज्जियाँ उड़ाने पर आमादा हैं. जबकि सरकार और समाज के तमाम बुद्धिजीवी लगातार लोगों से इस नियम को बनाये रखने की अपील कर रहे हैं. लेकिन ऐसे जहिलों को कौन समझाए. लेकिन कहतें हैं कि आशा की किरन हमेशा उदीयमान रहती है. बस उस पर विश्वास बनाये रखना जरूरी होता है.
अब यहां फिर लौटके आते हैं उस महत्वपूर्ण बिंदु की तरफ जिसकी चर्चा हम शीर्षक में कर रहे हैं. इस वक्त हर व्यक्ति एक तरह से देश भक्ति और और राष्ट्र सेवा ही कर रहा है. यदि वह कोरोना वायरस से लड़ने को लेकर सरकार और स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा जारी हिदायतों का पालन कर रहा है. क्योंकि ये वक्त सिर्फ देश को बचाने का नहीं है, यह वक्त मानवता को बचाने का है. इस वक्त जाति, धर्म-मजहब, कोई मायने नहीं रखता. मायने रखती है मानव सभ्यता को बचाये रखने की यह लड़ाई, जिसमें हर कोई अपने आप में एक योद्धा है. भारत जैसे लभगभ 132 करोड़ की आबादी वाले देश के लिये ये मसला बाकी दुनिया से बहुत अलग और गम्भीर है. जिसे लेकर लगातार आगाह किया जा रहा है. क्या हम इतना नहीं कर सकते. आज यहां हम मिसाल के तौर पर आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से हमारे वो योद्धा अपने कर्तव्य के पालन के लिए पूरी निष्ठा से अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दे रहे हैं कई उदारहण सामने देखने को मिल रहे हैं. ऐसे ही दो उदाहरण फिर सामने आये है. जी हां ! उत्तराखण्ड पुलिस की एक महिला सब इंस्पेक्टर और एक सिपाही ने इस महामारी के भयावह दौर के वक्त अपने जीवन के सबसे निजी कार्यक्रम को टाल दिया, वह भी फर्ज के खातिर. जी हां आज चर्चा हो रही है ” उत्तराखण्ड पुलिस की महिला सब इंस्पेक्टर # शाहिदा परवीन की उन्होंने लॉक डाउन में अपने निकाह से पहले कबूल किया अपना कर्तव्य ” उन्होंने निकाह की तारीख स्थगित कर अपनी सूझबूझ का परिचय दिया है। एक तरफ जहां कुछ लोगों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण आज पूरा देश मुसीबत में है, वही मुनिकीरेती थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर शाहिदा परवीन ने जिम्मेदारी की मिसाल कायम की है। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान आज यानी रविवार 5 अप्रैल को होने वाली अपनी शादी कर्तव्य के लिए स्थगित कर दी। शाहिदा का कहना है कि देश संकट के दौर से गुजर रहा है इसलिए शादी स्थगित करने का निर्णय लिया है। देश की सुरक्षा प्रथम कर्तव्य है।
ऐसा ही निर्णय पिछले दिनों रुड़की में तैनात एक सिपाही ने कोरोना जैसी चुनौती से लड़ने के लिए लोगों को जगरुक करने तथा सुरक्षा के प्रति सजग रहने के लिया था. मित्र पुलिस के इस कॉस्टेबल का नाम है. ऐसा ही निर्णय पिछले दिनों रुड़की में तैनात एक सिपाही ने कोरोना जैसी चुनौती से लड़ने के लिए लोगों को जगरुक करने तथा सुरक्षा के प्रति सजग रहने के लिया था. मित्र पुलिस के इस कॉस्टेबल का नाम है #लईक अहमद उन्होंने भी आज 5 अप्रैल को होने वाली अपनी शादी को टाल जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। जहां एक ओर Uttarakhand Police के जवानों द्वारा गरीब, असहाय लोगों के लिए खाद्य सामग्री की व्यवस्था की जा रही है, वहीं दूसरी ओर मित्र पुलिस के स्लोगन मित्रता, सेवा, सुरक्षा के भाव को सर्वप्रथम रखते हुए तथा देश में हुए लॉकडाउन का पालन करते हुए रुड़की में तैनात कॉस्टेबल लईक अहमद ने 5 अप्रैल को होने वाली अपनी शादी को टाल दिया है तथा जनता की सुरक्षा हेतु अपनी छुट्टी से वापस ड्यूटी पर लौटे। उनका कहना है शादी जैसे कार्यक्रम बाद में भी हो सकते है, लोगों की सुरक्षा पहले है। #IndiaFightsCorona #SaluteToKhaki