Rahul Gandhi: पहले शोर मचाने वाले आज उतने ही मौन, गिरते रुपये कीमत पर राहुल का मोदी पर हमला !
: देश में लगातार बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, और देश में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपए की हालत पर एक यूएस डॉलर के 80 रुपए के अंक के ऐतिहासिक निचले स्तर के करीब पहुंचने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरना शुरू कर दिया है। यहां तक कि कुछ नेताओं ने पीएम मोदी को देश के लिए हानिकारक तक बता दिया है। वहीं कुछ ने पीएम मोदी को उनके पुराने भाषण की याद दिलाई जब वे रुपये की गिरती कीमत को लेकर उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सिलसिलेवार तरीके से हमला बोल रहे थे।
गौरतलब है कि इस वक्त भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि व्यवस्था को नियंत्रित करने में मोदी सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। इस पर अब राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में राहुल ने पीएम मोदी के पुराने भाषणों की याद दिलाई है। राहुल ने लिखा कि देश निराशा की गर्त में डूबा है, ये आपके ही शब्द हैं ना, प्रधानमंत्री जी? उस वक्त आप जितना शोर मचाते थे, आज रूपए की कीमत तेज़ी से गिरती देखकर उतने ही ‘मौन’ हैं।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेताओं ने सत्तारूढ़ भाजपा की मोदी सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है, क्योंकि 2014 से पहले, नरेंद्र मोदी और अन्य भगवा पार्टी के नेताओं ने रुपये में गिरावट को लेकर यूपीए सरकार की आलोचना की थी। अब, कांग्रेस पक्ष वापस कर रही है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रुपये की गिरावट को रोकने में असमर्थता के कारण सरकार अपनी सारी विश्वसनीयता खो रही है। सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ”अब रुपया मार्गदर्शक मंडल की उम्र पार कर चुका है। आगे और कितना गिरेगा। सरकार की साख और कितनी गिरेगी। वाह मोदी जी।” बता दें कि मार्गदर्शक मंडल भाजपा के दिग्गजों को शामिल करने वाले आकाओं का एक समूह है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को उल्लेख किया कि 2013 में यूपीए सरकार ने चार महीने के भीतर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य को 69 से 58 तक वापस लाया। उन्होंने कहा कि यह सब हाल के इतिहास का हिस्सा है जो भाजपा सरकार के लिए अपमान है। उन्होंने कहा कि 2012-13 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 5.1% से बढ़कर 2013-14 में 6.9% हो गई थी।