पर्यटन को स्टेक होल्डर्स के साथ मिलकर पंख लगाने की तैयारी, लक्ष्य आधारित बनेगी योजना !
देहरादूनः उत्तराखंड सरकार प्रदेश में पर्यटन सभी संभावनाओं पर स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर लक्ष्य आधारित योजना बनाने का मन बना चुकी है। इसकी शुरुआत खुद मुख्यमंत्री ने प्रदेश के होटल उद्योग से चर्चा की शुरुआत कर ली है।
जिसमें पर्यटन की संभावनाओं को लेकर चर्चा की गई। इस राउंड टेबल डिस्कशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर और सरकार के कई अन्य बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
मौके पर होटल व्यवसायियों से फीडबैक लिया गया और तमाम पर्यटन की संभावनाओं पर चर्चा की गई। यही नहीं, होटल व्यवसायी द्वारा दिए गए सुझावों से उसे नीतिगत फैसलों में उतारने के लिए भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संबंधित योजनाओं पर तेजी से काम करने के लिए सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसमें वित्त, आवास, लोक निर्माण विभाग, पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व संबंधित विभागों के अधिकारी सदस्य होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। राज्य में हवाई, सड़क एवं रेल कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। राज्य में हवाई कनेक्टिविटी बढ़े इसके लिए एटीएफ में 18 प्रतिशत की कमी की गई है। उत्तराखंड का नैसर्गिक सौन्दर्य पर्यटकों को उत्तराखंड आने के लिए आकर्षित करता है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य में पर्यटन नीति लागू की गई है।
सीएम ने इस मौके पर कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में नई कार्य संस्कृति आई है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मूल मंत्र पर Town आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री की सोच है कि ये दशक उत्तराखंड का होगा. 2025 तक उत्तराखंड को हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. सभी विभागों को अगले 10 सालों का रोडमैप बनाने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 महीने बाद भी पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों से संवाद किया जाएगा।
वहीं, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि निवेशकों के लिए सरकार की ओर से बनाई गई नीतियों का सरलीकरण किया जाएगा, जिससे निवेशकों को उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने में आसानी हो सके।सचिव पर्यटन जावलकर ने कहा कि पर्यटन से उत्तराखंड का जहां राजस्व बढ़ता है, वहीं बड़ी संख्या में लोगों के रोजगार के साधन भी उपलब्ध होते हैं। पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने के बाद पर्यटन में निवेश की असीम संभावनाएं हैं। कार्यक्रम में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों व निवेशकों ने पर्यटन और प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए अपने सुझाव भी दिए।