MEDIA LIVE : पुलिस को मिल रहा सामाजिक – राजनैतिक व जन समर्थन, महामारी में निभाई मार्मिक व मानवीय भूमिका !
मीडिया लाइव, देहरादून: पुलिस एक अनुशासित बल है। यहां तक कि अन्य नागरिक सेवा के विभागों की तुलना में इनकी सेवा ज्यादा टफ़ और जिम्मेदाराना है। बावजूद इसके इन्हें अपने हक के लिए आवाज बुलंद करने का स्वतंत्र अधिकार हासिल नहीं है। ये किसी तरह का आंदोलन नहीं कर सकते। लेकिन पिछले कुछ समय से उत्तराखंड सहित तमाम राज्यों में पुलिस कर्मियों को 46 सौ ग्रेड पे की मांग की जा रही है। बीते साल कुछ चुनिंदा पुलिस कर्मियों ने इसे लेकर काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध दर्ज किया था। ऐसे में विभाग की तरफ से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। पर ऐसा नहीं है कि समाज को दिखता नहीं है।
जी हां ! समाज का अपना नजरिया होता है, और वह वक्त के साथ अपनी नजर और समझ से उसका संज्ञान भी लेता है!
इसीलिए वह, गाहे – बगाहे किसी के भी वाजिब हक के लिए झंडा बुलंद कर देता है। ऐसा ही उत्तराखंड में पुलिस बल के हकों के लिए पहले उनके परिजन आगे आए, अब राज्य के विभिन्न कर्मचारी संगठन उनकी इस मांग के समर्थन में खड़े हो चुके हैं। इसके अलावा आम जनमानस भी पुलिस की ग्रेड पे की मांग को लेकर देहरादून स्थित गांधी पार्क के बाहर राजपुर रोड पर चला आया। इसके अलावा अब मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी जनता की नब्ज को समझते हुए इस मुद्दे के साथ जुड़ गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने राज्य सरकार की पुलिस कर्मियों के 46 सौ ग्रेड पे की मांग का समर्थन करते हुए इसे जल्द पूरा करने को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की।
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अब सामाजिक लोग खुलकर आने लगे हैं पुलिस के पक्ष में !
ऐसे में अब पुलिसकर्मियों को 4600 ग्रेड पे देने की मांग लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सुशील गाबा और ओमकार सिंह ढिल्लों ने खटीमा के लिए पदयात्रा शुरू कर दी दोनों का जगह-जगह स्वागत किया गया। पहले दिन दोनों ने ग्राम उत्तम नगर तक करीब 30 किलोमीटर तक पदयात्रा की।
बृहस्पतिवार की सुबह पूर्व कोतवाल राकेश थपलियाल ने सुशील और ओमकार को तिरंगा सौंपकर पदयात्रा के लिए रवाना किया। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी अपनी मांग के लिए आंदोलन नहीं कर सकते, लेकिन दोनों नौजवानों ने पुलिसकर्मियों की पीड़ा को महसूस करते हुए जो मुहिम शुरू की है वह सराहनीय है।
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उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को उनका हक मिलना चाहिए। गाबा के अनुसार करीब 75 किलोमीटर पदयात्रा के बाद खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निजी आवास में पहुंचकर उन को ज्ञापन भेजा जाएगा। शुक्रवार की सुबह उत्तम नगर से पदयात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत हुई।
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महामारी में पुलिस ने निभाई मार्मिक और मानवीय भूमिका, अब मिल रहा आम जन का साथ। छवि में सुधार ने निभाई बड़ी भूमिका!
पुलिस को जन समर्थन उसकी लगातार छवि में सुधार के कारण भी मिल रहा है। लोग सोशल मीडिया पर पुलिस के पक्ष में लगातार मुहिम चला रहे हैं। कोरोना काल में पुलिस ने आम जनमानस के बीच जरूरतमंदों और असहाय लोगों की मदद के लिए जितना आगे आकर काम किया, उससे सरकार और पुलिस के प्रति लोगों के रवैए में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। लोग पुलिस को लेकर अब ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद महसूस कर रहे हैं। इसका नतीजा है कि पुलिस की इस वाजिब मांग को तेजी से सामाजिक और सियासी समर्थन मिलता दिखने लगा है। राज्य सरकार लगातार इसका समाधान निकालने को लेकर कुछ हद तक फिक्रमंद भी दिखाई दे रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए दो सीनियर मंत्रियों की अगुवाई में कमेटी का गठन कर दिया है। लेकिन बावजूद इसके अभी इस दिशा में तेजी लाए जाने की जरूरत सरकार समझ रही है।