कोसी पुर्नजनन समिति के मानको के अनुरूप ही प्लान बनाया जाय: कुमाऊ कमिश्नर
मीडिया लाइव: आगामी मानसून के दौरान कोसी पुर्नजनन के सभी जोनो में पौधरोपण हेतु एक माइक्रो प्लान बना लिया जाय ताकि उसी अनुसार इस योजना का कार्य किया जा सके। यह बात आज कुमाऊ आयुक्त राजीव रौतेला ने वी.सी. के माध्यम से इस योजना से जुड़े अधिकारियों से कही। उन्होंने कहा कि इस योजना को वृहद रूप दिये जाने के लिए हमें ठोस कार्य योजना बनानी होगी तभी हम कोसी नदी के जलस्तर को बढ़ा पायेंगे। आयुक्त ने कहा कि कोसी पुर्नजनन योजना के 14 जोनो का एक माइक्रो प्लान बना लिया जाय ताकि कार्य को करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आम लोगो की जन सहभागिता सुनिश्चित की जाय जिसमें स्कूली बच्चों, ग्राम पंचायतों, न्याय पंचायतों सेना, स्वयं सहायता समूूहों सहित अन्य संस्थाओं को लिया जाय।
आयुक्त ने निर्देश दिये कि कोसी पुर्नजनन समिति के मानको के अनुरूप ही प्लान बनाया जाय। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्तमान में वनाग्नि से कोसी कैचमेंट एरिया के पौधों को बचाना बहुत जरूरी है इसके लिए अधिकारी अलर्ट रहे साथ ही आसपास के गाॅवों के ग्रामीणों को इसके लिए प्रेरित् करें अगर कही पर आग लगती है तो उसकी सूचना तत्काल निकटवर्ती क्रू स्टेशन को दी जाय।मीडिया लाइव: आगामी मानसून के दौरान कोसी पुर्नजनन के सभी जोनो में पौधरोपण हेतु एक माइक्रो प्लान बना लिया जाय ताकि उसी अनुसार इस योजना का कार्य किया जा सके। यह बात आज कुमाऊ आयुक्त राजीव रौतेला ने वी.सी. के माध्यम से इस योजना से जुड़े अधिकारियों से कही। उन्होंने कहा कि इस योजना को वृहद रूप दिये जाने के लिए हमें ठोस कार्य योजना बनानी होगी तभी हम कोसी नदी के जलस्तर को बढ़ा पायेंगे। आयुक्त ने कहा कि कोसी पुर्नजनन योजना के 14 जोनो का एक माइक्रो प्लान बना लिया जाय ताकि कार्य को करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आम लोगो की जन सहभागिता सुनिश्चित की जाय जिसमें स्कूली बच्चों, ग्राम पंचायतों, न्याय पंचायतों सेना, स्वयं सहायता समूूहों सहित अन्य संस्थाओं को लिया जाय। आयुक्त ने निर्देश दिये कि कोसी पुर्नजनन समिति के मानको के अनुरूप ही प्लान बनाया जाय। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्तमान में वनाग्नि से कोसी कैचमेंट एरिया के पौधों को बचाना बहुत जरूरी है इसके लिए अधिकारी अलर्ट रहे साथ ही आसपास के गाॅवों के ग्रामीणों को इसके लिए प्रेरित् करें अगर कही पर आग लगती है तो उसकी सूचना तत्काल निकटवर्ती क्रू स्टेशन को दी जाय। आयुक्त ने कहा कि इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाय ताकि लोगो को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारी मिल सके। इस अवसर पर उन्होंने जहाॅ पर पौधारोपण किया जाना है उन स्थानों की जानकारी ली। उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी से इस कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिये कि जून माह तक जो भी आवश्यक कार्य किये जाने है वे कर लिये जाय।
आयुक्त ने कहा कि जी.बी. पंत संस्थान कोसी, कटारमल के वैज्ञानिकों से समन्वय स्थापित कर एक समन्वय समिति का गठन कर लें जिससे भारत सरकार द्वारा दिये जाने वाली धनराशि का सही इस्तेमाल किया जा सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने अभी तक किये गये कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जहाॅ पर भी पौधारोपण किया जाना है उन स्थानों का चयन कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि सिविल एरिया में मनरेगा के माध्यम से कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जी.आई.एस. मैपिंग के माध्यम से इस योजना का कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की गगास, रामगंगा नदियों को भी पुर्नजीवित करने की कार्य योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि विभिन्न संस्थाओं को भी इस अभियान में जोड़ने एवं पौधों की देखभाल के लिए लिया गया है जिसमें ग्रीन हिल्स संस्था, स्याहीदेवी संस्था के अलावा एस.एस.बी., आई.टी.बी.पी. द्वारा भी अभियान में अपनी पूर्ण सहभागिता हेतु आश्वासन दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा इस योजना के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आयुक्त महोदय को अवगत कराया। निदेशक एनआरडीएमएस के प्रो. जे.एस. रावत ने माइक्रो प्लान, जियो टैगिंग आदि विषयों पर प्रकाश डाला। इस वी.सी. में मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, प्रभागीय वनाधिकारी के.एस. बिष्ट, जिला विकास अधिकारी के.के. पंत, वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा आदि उपस्थित थे।