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नैनीडांडा क्षेत्र में बाघ को पकड़ने की अनुमति, पिंजरा सहित ट्रेंकुलाइज टीम होगी तैनात

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मीडिया लाइव , पौड़ी: जिले के लैसडाउन विधानसभा के नैनीडांडा क्षेत्र में महिला को मारने वाले बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा दो पिंजरे लगा दिए हैं। इसके अलावा ट्रेंकुलाइज करने के लिए टीम को भी तैनात की जा रही है। टीम में पशु चिकित्सा अधिकारी भी शामिल हैं। बीते 3 अक्टूबर को गुणियां गांव में जंगली जानवर के हमले में एक महिला मारी गई थी। महिला की मौत का जिम्मेदार गुलदार है या बाघ इसकी पुष्टि नहीं हो पायी थी। लेकिन सुरक्षा को देखते हुए वन विभाग ने क्षेत्र में एक बाघ और एक गुलदार का पिंजरा लगा दिया था। इस बीच भारतीय वन्यजीव संस्थान ने पुष्टि कर दी है कि महिला को मानने वाला बाघ था। डीएफओ गढ़वाल वन विभाग स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक ने गुलदार को बस्ती से दूर करने के लिए पिंजरा लगाने और ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति दे दी है।

अनुमति मिलने के बाद प्रभावित क्षेत्र में बाघ को पकड़ने के लिए दो पिंजरे लगा दिए गए हैं इसके अलावा ट्रेंकुलाइज टीम भी तैनात की जा रही है। उन्होंने बताया की गाइडलाइन के तहत पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर चार लाख रुपए दिए जाएंगे फिलहाल एक लाख बीस हजार रुपए की अग्रिम धनराशि दी जा चुकी है शेष धनराशि भी जल्द दे दी जाएगी। उन्होंने बताया कि वन्य जीव हमले में मारे जाने पर सरकारी नौकरी का कोई प्रावधान नहीं है प्रभावित परिवार को जो भी मदद होगी नियमावली के तहत दी जाएगी.

कांग्रेस नेता मनीष खंडूरी ने इस मामले सरकार से प्रभावित परिवार को उचित मुआवजा और उनके परिवार के बेरोगार युवक को नौकरी देने की मांग की साथ। पहाड़ों गुलदारों और हिंसक पशुओं से आम लोगो को निजात दिलाने और उससे हुए नुकसान के लिए। बीमा जैसे सुविधाओं को बढ़ने की मांग कही। खंडूरी ने कहा कि हम प्रभावित परिवार के साथ खड़े हैं और उनकी मांग का समर्थन करते हैं।