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किच्छा शुगर चीनी मिल को चालू करना-ना करना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है : पूर्व विधायक

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मीडिया लाइव, किच्छा : क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने प्रेस वार्ता कर वर्तमान विधायक तिलक राज बेहड़ पर हमला बोलते हुए कहा है कि बेहड़ विकास के मुद्दे पर राजनीति करें। उनके द्वारा विकास की जो गाथा किच्छा विधानसभा क्षेत्र में लिखी गई है उसको आगे बढ़ाने का प्रयास करें । उन्होंने कहा कि किच्छा शुगर चीनी मिल को चालू करने या ना करने का कोई बड़ा मुद्दा नहीं है मुद्दा यह है कि किसानों का हित कौन देख रहा है। उन्होंने कहा कि विगत 20 वर्षों का किच्छा चीनी मिल पेराई सत्र का उनके पास रिकॉर्ड है।

विधायक बेहड़ की सरकार के दौरान ही किच्छा शुगर चीनी मिल का पेराई सत्र दिसंबर में ही शुरू हुआ है वर्तमान में 6 दिसंबर को मिल चालू किए जाने को लेकर जिस प्रकार वर्तमान विधायक द्वारा आम जनता को गुमराह किया जा रहा है वह उचित नहीं है। कहा कि चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ करने का श्रेय लेना उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना की किसानों के गन्ने का मूल्य भुगतान करना है। चीनी मिल को घाटे से उबाहरना है ।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में चीनी मिलों को घाटे से उबाहरने के लिए ऋण दिया जाता था जिस वजह से चीनी मिल और घाटे में चले जाती थी किंतु भाजपा सरकार के शासनकाल में चीनी मिलों को अनुदान उपलब्ध कराया गया जिससे चीनी मिलों को घाटे से उबारा जा सके उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बाजपुर और किच्छा चीनी मिल को घाटे से उबालने के लिए 25 करोड रुपए का अनुदान दिया है जिससे चीनी मिलों का संचालन सुचारू रूप से चल सके उन्होंने कहा कि किच्छा चीनी मिल का प्राइस सत्र को लेट होने का भ्रामक प्रचार किया गया है जबकि मिल के बायलर का निर्माण कार्य उच्च स्तर से ठेका देकर किया जा रहा था जिसमें उच्च कोटि का सामान लगाया जाना था।

पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि सकारात्मक सोच की राजनीति के तहत विपक्ष का काम होता है कि सरकार की कमियां को जनता के सामने लाए किंतु वर्तमान विधायक ऐसा नहीं कर रहे हैं। शुक्ला ने कहा कि मेरे कार्यकाल में नगर में आदर्श महाविद्यालय, एम्स, बस अड्डा सहित तमाम विकास के काम किए गए वर्तमान विधायक को चाहिए कि सकारात्मक सोच के चलते किच्छा विधानसभा के लिए आईआईएम, ट्रामा सेंटर सहित कई अन्य विकास के आयाम की पैरवी करनी चाहिए किंतु वर्तमान विधायक ऐसा नहीं करके ओछी राजनीति कर रहे हैं। चीनी मिल को घाटे से उबालने के लिए इथेनॉल प्लांट लगाना आवश्यक है इस ओर वर्तमान विधायक को एक कार्य नहीं कर रहे हैं जबकि भाजपा सरकार इथेनॉल प्लांट को लगाने के लिए प्रयासरत है उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की चीनी मिलों को घाटे से उभरने के लिए 300 करोड रुपए का अनुदान भाजपा सरकार के कार्यकाल में और मुक्त हुआ है किच्छा चीनी मिल के किसानों का अपमान करना बंद करें चीनी मिल के उद्घाटन में उन्हें मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्ष के रूप में आमंत्रित किया गया था वह तो सिर्फ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे उन विधायक का दायित्व था कि वह सर्वप्रथम पूजा हवन में उपस्थित होकर बटन दबाकर चीनी मिल का पेराई सत्र का शुभारंभ करते किंतु उन्होंने चीनी मिल प्रांगण में धरना देकर किसानों का ही अपमान किया तथा सरकार का भी अपमान किया है।