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न दूल्हा आया न बरात, दहेज लोभियों के आगे एक न चली मजबूर मां-बाप और दुल्हन की !

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एक गांव में दुल्हन सजकर दूल्हे का इंतजार करती रही और परिवार के लोग मेहमानों के स्वागत में जुटे थे, लेकिन न दूल्हा आया और न बरात। दुल्हन के पिता का आरोप है कि दूल्हे के परिवार ने 11 लाख रुपये नकद और कार की मांग की थी, जिसे देने में असमर्थता जताई, तो सारी बातें तय होने के बाद भी बरात नहीं आई। शर्मसार करने वाला यह पूरा मामला उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद का है।

कविता और स्केच : सोनू कुमार साहा, इंटरनेट मीडिया से।

अब पीड़ित पिता ने थाने में तहरीर देकर कर्रवाई की मांग की है। कलियर थाने में असफनगर ग्रंट निवासी श्यामलाल सिंह ने तहरीर देकर बताया कि उसने अपनी बेटी का विवाह ग्राम डालुवाला खुर्द निवासी मोहन सिंह पुत्र रमेश के साथ तय किया था। विवाह तय करने के बाद नवंबर 2021 में बड़े धूम-धाम से सगाई हुई। सगाई में एक लाख 51 हजार रुपये नगद, सोने की छह टूम, चांदी की पांच टूम और परिवार को कपड़े दिए गए। विवाह का समय जुलाई 2022 तय हुआ।

7 जुलाई को मंढा और विवाह 8 जुलाई को तय हुआ था। लेकिन 8 जुलाई को मोहन सिंह पुत्र रमेश के परिवार वाले बरात वाले दिन दहेज की मांग करने लगे। मोहन सिंह व उसके परिवार वाले दहेज की मांग को लेकर अड़े रहे और बरात लाने से इनकार कर दिया।

उन्होंने बताया कि उनके यहां सभी दूर-दराज के मेहमान आए हुए थे। बरात व सभी मेहमानों के लिए भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। सभी मेहमान नाते रिश्तेदार दोपहर के भोजन पर बरात का इंतजार करते रहे।

इस बात को सुनकर दुल्हन बहुत बुरी तरह रोती बिलखती रही। पीड़ित परिवार ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच कर रही है। थानाध्यक्ष मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि तहरीर पर मामले की जांच की जा रही है।

फीचर फोटो: प्रतीकात्मक, सोशल मीडिया से..