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आपदा पर जिला मुख्यालय में मॉकड्रिल्ल

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मीडिया लाइव,चमोली:आगामी मानसून काल में दैवीय आपदाओं की तैयारियों एवं इंसीडैण्ट रेस्पोंस सिस्टम (आईआरएस) के स्वतः सक्रिय होने तथा सिस्टम में पूर्व निर्धारित दायित्वों के निर्वहन का जायजा लिये जाने को लेकर जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर में माॅक ड्रिल किया गया। बुधवार को सुबह 10 बजे गोपेश्वर एवं उसके आसपास में भारी वर्षा की सूचना दी गई। सूचना प्राप्त पर डीएम-रिस्पोंसबिल अफसर स्वाति एस भदौरिया एवं एसपी-डिप्टी रेस्पोंसिबल अफसर व आईआरएस से जुडे अधिकारी तत्काल आपदा नियंत्रण केन्द्र पहुुंचे थे। वहीं आपदा कन्ट्रोल रूम से वारलैस के माध्यम से स्पोटर्स स्टेडिम में बने स्टैजिंग एरिया में सभी अधिकारियों को सर्तक किया गया तथा स्टेजिंग एरिया मैनेजर को आवश्यक सामग्री के साथ रेस्क्यू टीमें तैयार रखने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी द्वारा गोपेश्वर नगर के नजदीक के क्षेत्रों में भारी वर्षा होने के कारण आॅपरेशन सैक्शन, प्लानिंग सैक्शन एवं लाॅजिस्टिक सैक्शन चीफ के अधिकारियों के साथ जनपद की स्थिति की समीक्षा की गई और एसडीएम-स्टेजिंग एरिया मैनेजर को वायरलेस के माध्यम से स्टेजिंग एरिया में पहुुंचने के निर्देश दिये गये।
इसके बाद सवा 10 बजे जनपद मुख्यालय के निकट अवस्थित प्रसार प्रशिक्षण केन्द्र के निकट भारी वर्षा के कारण 2 आवासीय भवन क्षतिग्रस्त तथा पोखरी बैण्ड के आगे पोखरी मोटर मार्ग अवरूद्ध की सूचना पर स्टैजिंग एरिया मैजनेजर को आवश्यक सामग्री के साथ रेस्क्यू टीमें तैयार रखने के निर्देश दिये गये। स्टैजिंग एरिया में आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एसएसबी, पुलिस, फायर ब्रिगेड, रेडक्रास, पीआरडी, वन, स्वास्थ्य एवं जिला स्तरीय अधिकरियों की दो अलग-अलग टास्कफोर्स टीमों का गठन किया गया और टास्कफोर्स की टीमों को अलग-अलग घटना स्थलों पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया। कुछ ही समय पश्चात सभी रेस्क्यू टीमें घटना स्थलों पर पहुॅची तथा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।

घटना स्थल प्रसार प्रशिक्षण केन्द्र के निकट 2 क्षतिग्रस्त भवन के अन्दर दबे 3 गंभीर घायल व्यक्तियों को राहत एवं बचाव टीमों द्वारा रेस्क्यू कर एम्बुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय पहुुंचाया गया जबकि 1 सामान्य घायल व्यक्ति का मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिखाया गया। वहीं दूसरी ओर पोखरी बैण्ड के आगे टंगसा गैर पुल के निकट मलुवा आने से अवरूद्ध पोखरी मोटर मार्ग को जेसीबी द्वारा शीघ्र खोला गया। क्षतिग्रस्त बिजली व पानी की लाईन को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ रेस्क्यू टीम द्वारा सुचारू किया गया।

रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी टीमें स्टैजिंग एरिया पहुॅची। स्टैजिंग एरिया से सभी टीमें जिला कार्यालय सभागार पहुंची। जहां रिसपोंन्सिबिल ऑफिसर-जिलाधिकारी ने रेस्क्यू टीमों के साथ डीब्रीफिंग की तथा उनके अनुभवों को जाना। उन्होंने कहा कि वैसे भी चमोली जनपद आपदाओं की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील तथा भूकम्प की दृष्टि से जोन 5 में है। अब जबकि मानसून अवधि में भारी वर्षा एवं अतिवृष्टि के चलते जनधन को होने वाले नुकसान से बचने के लिये ही यह माॅक ड्रिल मददगार साबित होगा। कहा कि मानसून अवधि शुरू हाने से पूर्व इस तरह की तैयारी से आपदा न्यूनीकरण में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज के माॅक अभ्यास के दौरान रिसपोंन्स टाईम काफी सही रहा। कहा कि संशाधनों की मैपिंग भी सही ढंग से की जानी चाहिए। उन्होंने रिसपोंन्स टाइम को कम करने तथा माॅक अभ्यास की कमियों को ठीक करने तथा सभी को अपनी ड्यूटी की पूरी जानकारी रखते हुए वास्तविक दैवीय आपदा में प्रभावी ढंग से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जब दैवीय आपदा आये तो संबंधित क्षेत्र में हैल्थ कैम्प लगें, स्कूलों की एक चाबी संबंधित ग्राम प्रधान के पास रखने, क्षेत्रों के टैक्सी यूनियनों में उपलब्ध वाहन व उनके दूरभाष नम्बर भी आपदा प्रबन्धन विभाग के पास उपलब्ध रहने चाहिए।

डिप्टी रिसंपोन्सिबल ऑफीसर-एसपी यशवंत सिंह चैहान ने टीमों को रेस्क्यू पर जाने से पहले आवश्यक सुरक्षा उपकरणों को अपने साथ रखने, सूचनाओं का सही ढंग से आदान-प्रदान करने को कहा। उन्होंने माॅक अभ्यास को गम्भीरता से लेने को कहा ताकि भविष्य में वास्तविक आपदा के दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन को और अधिक प्रभावी ढंग से चलाया जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किसी भी आपदा से निपटने के लिए हर समय फिजिकली व मैन्टली तैयार रहने को कहा।

इस दौरान एडीएम एमएस बर्निया, सीडीओ हंसादत्ता पाण्डे, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, डीएफओ अमित कंवर, सीएमओ डाॅ एके डिमरी, डीडीओ एसके राॅय, एसडीएम बुशरा अंसारी, सहित आईआरएस के सभी नोडल अधिकारी सहित आईटीबीपी, एसएसबी, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर ब्रिगेड, रेड क्रास, पीआरडी, स्वास्थ्य, वन, बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, खाद्य आदि सभी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।