सुखदेव चौधरी देहरादून : महाराणा प्रताप अन्तर्राष्ट्रीय बस अड्डे पर कुछ नौजवानो सौन्दर्यकरण करने का प्रयास किया. पूरे जोश और जूनून के साथ मुस्कान भरे ये युवक राज्य की संस्कति को अपने ही अंदाज में दर्शाने का काम करे हैं. इस कार्य में उत्तराखंड की पर्यावरण को बचाने वाली अनूठी संस्कृत चिपको मूवमेंट, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और यहां पाए जाने वाले विलुप्त प्रजाति के विभिन्न जीव जंतुओं बचाने वाले सन्देश को अपनी कलाकृतियों के माध्यम से उकेरने का काम किया।

इनका उदेश्य एकदम साफ है कि उत्तराखंड में आने जाने वाले सैलानियों को हम अपनी संस्कृत से वाकिफ करा सके, ताकि वो यहाँ से जाते समय उत्तराखंड की छाप लेकर जाएं । देहरादून के रहने वाले रहने वाले हैं. इनमें तृप्ति शर्मा चंडीगढ़ में एमसीएम की छात्रा है और आयुष और सिमरन ग्राफ़िक एरा से बीबीए कर रहे हैं । ये लोग लगातार छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते रहते हैं. अब लगभग कई युवा और बच्चे इस काम में उनके साथ जुड़ते जा रहे हैं. जिनमें अमन बूटोला ,रोहित बिष्ट, यशपाल ,रोहित कैंत्युरा ,समंद थापा, टिशा शर्मा, ओशीमा भाटिया , वेदांत आनंद , दीक्षांत कपूर, अक्षत सकलानी , नमन खरखा , निवोदिता , प्रियांजलि भल्ला , पल्लवी पटेल शामिल हैं.इन्हें देख कर कई विदेशी पर्यटक इनका हाथ बटाते हुए उन्हें परोत्साहन करने में जूट गए. इन्हें उम्मीद है कि काम को उत्तराखंड के लोग समझेंगे और अपनी संस्कृति बचाने में सरकार और इनका सहयोग करेंगे ।