जानिए वनवास में क्या सीखा त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ?
मीडिया लाइव, देहरादून : हरिद्वार लोकसभा से भाजपा सांसद प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लंबे समय बाद एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में सक्रियता के सवाल पर जवाब दिया कि अगर राम राज्य की कल्पना करनी है तो वनवास भी जरूरी है. भगवान राम ने 14 वर्षों तक राजपाट छोड़कर वनों में जीवन बिताया और बहुत कुछ सीखा ठीक उसी प्रकार मेरा भी यह कालखंड एक अच्छाई के लिए था क्योंकि इस वक्त में मुझे बहुत कुछ सीखने का और जानने का मौका मिला और उसके बाद एक बार फिर मैं आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं. त्रिवेंद्र का सीधा इशारा शायद उन अपने ही दल के विरोधियों पर था जिन्होंने उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटकर कुछ दिनों के लिए सक्रिय राजनीति से अलग कर दिया था लेकिन एक नई ऊर्जा के साथ त्रिवेंद्र फिर मैदान में आए हैं और पार्टी ने भी उन पर लोकसभा प्रत्याशी बनाकर भरोसा जताया है.