जेम्स बॉन्ड को कभी नौकरी पर नहीं रखेंगे: एमआई-6

जेम्स बॉन्ड ने भले ही कई बार दुनिया को अकेले अपने दम पर बचा लिया हो लेकिन असल जिंदगी में एमआई6 उसे शायद ही काम दे. ब्रिटिश एजेंसी उस जैसे व्यक्ति को अपना जासूस नहीं बनाना चाहेगी.
ब्रिटिश जासूसी एजेंसी एमआई-6 के प्रमुख ने कहा है कि वह जेम्स बॉन्ड को कभी नौकरी पर नहीं रखेंगे. एमआई-6 के प्रमुख ऐलेक्स यंगर ने कहा कि असली जासूसों को काम के दौरान शारीरिक और नैतिक तौर पर बहुत मुश्किल चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. वे धरती के सबसे ज्यादा मुश्किल माहौल में ऐसे फैसले लेते हैं जो जेम्स बॉन्ड नहीं ले पाएगा क्योंकि उसके अंदर नैतिकता की कमी है.
ब्रिटेन के रहस्यों पर खबरें देने वाली वेबसाइट ब्लैक हिस्ट्री मंथ को दिए एक इंटरव्यू में यंगर ने कहा, “एमआई-6 के अफसर नैतिक मामलों में किसी तरह का शॉर्ट कट नहीं अपनाते जबकि जेम्स बॉन्ड ऐसा करता है.” यंगर का इशारा जेम्स बॉन्ड के महिलाओं के साथ संबंधों की ओर था. अक्सर जेम्स बॉन्ड के महिलाओं के साथ संबंध बनाने को लेकर चर्चा होती है. यंगर ने साफ शब्दों में कहा, “ये कहना ज्यादा सही रहेगा कि हमारी जो भर्ती प्रक्रिया है, जेम्स बॉन्ड उसे पार नहीं कर पाएगा.”
यंगर ने कहा कि असली जासूसों में कई गुण वैसे ही होते हैं जो जेम्स बॉन्ड हैं. जैसे कि असली जासूस भी उसी तरह देशभक्त, ऊर्जा से भरपूर और हठी होते हैं. लेकिन यंगर का कहना है कि उन जासूसों में कुछ और गुण भी जरूरी होते हैं जो जेम्स बॉन्ड में नहीं हैं. वह बताते हैं, “असली एमआई-6 अफसर के अंदर इमोशनल इंटेलिजेंस बहुत ज्यादा होती है. वह टीमवर्क में भरोसा करता है और हमेशा कानून का पालन करता है. जेम्स बॉन्ड में ये सब चीजें नहीं हैं.”
जेम्स बॉन्ड इतिहास के सबसे लोकप्रिय जासूसी किरदारों में से एक है. उपन्यासकार इयान फ्लेमिंग ने 1953 में इसे रचा था. 1961 में फ्लेमिंग के उपन्यासों पर फिल्में बननी शुरू हईं. अब तक 24 फिल्में आ चुकी हैं जिन्होंने एक अनुमान के अनुसार कुल मिलाकर 7 अरब डॉलर की कमाई की है.