उत्तराखण्ड न्यूज़करप्शन/क्राइम

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, STF ने सरगना दबोचा, देशभर के लोगों से ऐसे करते थे ठगी

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

मीडिया लाइव, हरिद्वार: हरिद्वार में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, STF ने सरगना दबोचा, देशभर के लोगों से ऐसे करते थे ठगीआरोपी ने बताया कि वह यह काम वर्ष 2017 से कर रहा है। वह केवल 10वीं पास है। उसने अपने साथ में कुल 11 लोगों को रखा हुआ है।एसटीएफ ने हरिद्वार में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। मौके से इसके सरगना को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने ठगी के लिए कुल 11 लोगों की टीम बनाई है जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां देकर देशभर से ठगी की जाती थी।

यह गिरोह क्रेडिट कार्ड बनवाने का लालच देकर ठगी करता था। मूल रूप से शामली के रहने वाले सरगना के खाते में कुल 70 लाख रुपये का लेनदेन मिला। एसटीएफ ने उसके पास से 25 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि गृह मंत्रालय के आईफोरसी पोर्टल से जानकारी मिली थी कि देशभर में धोखाधड़ी की 22 घटनाओं से संबंधित गिरोह हरिद्वार से संचालित हो रहा है। इस पर एसटीएफ इंस्पेक्टर यशपाल सिंह बिष्ट की टीम बनाकर पड़ताल की गई।

मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जांच की गई तो पता चला कि इनमें राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों से पैसा जमा और ट्रांसफर किया गया है। इन खातों में करीब 70 लाख रुपये का लेनदेन पाया गया। स्थानीय सिडकुल पुलिस को लेकर रावली महदूद गांव के एक घर में छापा मारा गया। यहां से विपिन पाल निवासी ग्राम पिंडोरा, जहांगीरपुर, झिंझाना, शामली को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से डेबिट कार्ड, पीओएस मशीन, रजिस्टर और चेकबुक आदि बरामद हुईं।पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह यह काम वर्ष 2017 से कर रहा है। वह केवल 10वीं पास है। उसने अपने साथ में कुल 11 लोगों को रखा हुआ है। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गईं हैं। इनमें से कुछ लोग डाटा इकट्ठा करते हैं। जबकि, कुछ फोन कर लोगों को फंसाते हैं। मूल रूप से वह ठगी क्रेडिट कार्ड में अच्छी लिमिट बताकर करते हैं। इसके बाद प्रोसेसिंग शुल्क आदि लेकर लोगों से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कराते हैं। विपिन ने ठगी की रकम से रावली महदूद में ही एक दो मंजिला मकान भी बनाया है। एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने अपना एक ऑफिस ब्रह्मपुरी बाजार में खोला था। इसमें उसने कंप्यूटर आदि रखे थे। आरोपी को हरिद्वार न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।