उपासक के जरिये मिलेगा रोजगार
मीडिया लाइव, चमोली: उत्तराखण्ड पर्वतीय आजीविका संबर्द्धन कम्पनी (उपासक) के तत्वावधान में उत्पादक एवं असहाय समूह के सदस्यों को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान चमोली के माध्यम से 10 दिवसीय प्रशिक्षण जीआईसी लंगासू में दिया गया, जिसमें मशरूम उत्पादन के बारे में महिलाओं को स्वरोजगार के गुरू सिखाये गये। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न रेखीय विभागों के अधिकारियों एवं मशरूम के मास्टर ट्रेनर बबीता रावत ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया और स्वरोजगार के लिये प्रेरित किया गया। प्रशिक्षण 4 जून से शुरू होकर गुरूवार को समापन हुआ।
गुरूवार को प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम में बद्रीनाथ विधायक के प्रतिनिधि के तौर पर जिला पंचायत सदस्य गजपाल सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पाण्डे ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र भी बांटे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पाण्डे ने सभी रेखीय विभागों की योजनाओं के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी और स्वरोजगार अपनाकर मशरूम उत्पादन कर सफल उद्यमी के लिए पे्ररित किया। वहीं गजपाल वत्र्वाल ने भी सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे जानकारी दी।
इस अवसर पर उपासक के ग्रामीण वित्त समन्वयक संजय पुरोहित ने प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम का संचालन करते हएु समूहों को बैंक लिंकेज एवं वित्तीय साक्षरता केे बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि एक लाख तक का ऋण बिना व्याज व्यक्तिगत तथा समूह को 5 लाख तक का ऋण बिना व्याज के दिया जा रहा है, जिसका समूह सदस्य अधिक से अधिक लाभ उठाकर अपना व्यवसाय कर प्रति व्यक्ति आय बढा सकते हैं।
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक सुदेश ने प्रशिक्षण के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर आरसेटी के संकाय सदस्य मुन्नी पंवार, गजेन्द्र गैरोला, कंचन सिंह, नीलम मैठाणी, पे्रम लता पंवार उपस्थित थी।