साइबर अपराध पर लगाम लगाने की तयारी
- प्रदेश के सभी थानों में मिनी साइबर सेल बनाया जायेगा.
- 13 जिलों के थानों में तैनात 378 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रदेश की अस्थाई राजधानी देहरादून में मार्च 2015 में पहला साइबर थाना खोला गया.
मीडिया लाइव: प्रदेश के सभी थानों में मिनी साइबर सेल बनाया जाएगा। इससे पहले प्रत्येक थाने से एक एचसीपी और दो सिपाहियों को साइबर प्रशिक्षण दिया जाएगा। 20 मई से यह प्रशिक्षण चरणबद्ध तरीके से पुलिस संचार प्रशिक्षण केंद्र, सहस्त्रधारा रोड में दिया जाएगा। यहां साइबर के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने वाले पुलिस कर्मी और अधिकारी साइबर अपराध रोकने और जांच करने का प्रशिक्षण देंगे। यह जानकारी DGP कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने दी.
प्रदेश ही नहीं देश भर के हर कोने में लगातार साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं. जो पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं. इन बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिये अब उत्तराखंड के सभी थानों में मिनी साइबर सेल गठित होगी। इसके लिए प्रदेश के 13 जिलों के थानों में तैनात 378 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान साइबर अपराध रोकने से लेकर ऐसे मामलों की जांच करने की बारीकियां सिखाई जाएंगीं।
प्रदेश की अस्थाई राजधानी देहरादून में मार्च 2015 में पहला साइबर थाना खोला गया। इसके बाद इस थाने में साइबर अपराध से जुड़े कई मामले दर्ज भी हुए। लेकिन डिजिटल लेनदेन के बढ़ते चलन के साथ इसमें लोगों के साथ लगातार धोखाधड़ी की वारदातें बढ़ रही हैं. इसके अलावा और कई अन्य तरह के साइबर अपराध पुलिस की परेशनी बढ़ाते जा रहे हैं. ऐसे में इस थाने पर पूरे प्रदेश में पुलिस को मिल रही शिकायतों का बोझ बढ़ता जा रहा है. इसी को देखते ही महकमें के अफसरों ने अब इसमें सुधार करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं. जिसके चलते PHQ ने प्रदेश के सभी थानों में मिनी साइबर सेल खोलने का निर्णय लिया है।