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 रैट माइनर्स सहित बचाव कर्मियों को एक माह का वेतन देंगे कांग्रेस विधायक

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मीडिया लाइव, देहरादून : नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार की ओर से रैटहोल माइनर्स को दिया गया 50-50 हजार का पारितोषिक बहुत कम है। सरकार को इसे बढ़ाने के साथ इन कर्मवीर रैट होल माइनर्स के लिए अन्य सुविधाओं की घोषणाएं भी करनी चाहिए. सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद बचाव कर्मियों की पूरे देश ही नहीं दुनिया में प्रशंसा हो रही है। इस काम में लगे श्रमिकों, रैटहोल माइनर्स सहित बचाव में लगे सभी महत्वपूर्ण तकनीकी कार्मिकों को कांग्रेस पार्टी भी सम्मानित करेगी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बचाव कर्मियों को सभी कांग्रेस विधायकों का एक माह का वेतन पारितोषिक के रूप में देने की घोषणा की है. वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गाँधी ने यह सलाह कांग्रेस के विधायकों को सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने वाले रैट माइनर्स को मदद करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए . इसका पूरी उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी और पार्टी के विधायकों ने निर्णय लिया है कि वे सब इसके लिए अपने वेतन से कुछ सम्मानित राहत राशि उन्हें इन योद्धाओं को देंगे. हरीश रावत ने ये भी कहा कि सरकार ने इसमें सामूहिक भावना दर्शाने में कोताही बरती है . उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तमाम सुरंगे बन रही हैं . सिलक्यारा जैसी स्थितियां पैदा न हों इसके लिए उन्हें आगे आ कर ठोस निर्णय लेने चाहिए.

उन्होंने का कि सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद बचाव कर्मियों की पूरे देश ही नहीं दुनिया में प्रशंसा हो रही है। इस काम में लगे श्रमिकों, रैटहोल माइनर्स सहित बचाव में लगे सभी महत्वपूर्ण तकनीकी कार्मिकों को कांग्रेस पार्टी भी सम्मानित करेगी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बचाव कर्मियों को सभी कांग्रेस विधायकों का एक माह का वेतन पारितोषिक के रूप में देने की घोषणा की है।

उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सिलक्यारा की सुरंग से 41 मजदूरों को सुरक्षित निकालना देश के श्रमिकों की कार्यकुशलता और देशवासियों की जान बचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालने के जज्बे से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि इन 16 रातों और 17 दिनों में देश और प्रदेश की आपदा प्रबंधन की परीक्षा हो रही थी. उन्होंने कहा कि हर देशवासी प्रार्थना कर रहा था कि किसी तरह सुरंग में फंसे कार्मिक सुरक्षित बाहर आ जाएं. उन्होंने कहा कि सिलक्यारा हादसे से यह भी पता चल गया है कि सरकार और आपदा प्रबंधन कर रहे प्रतिष्ठित संगठनों के पांच प्लान, भारी मशीनरी और करोड़ों रुपयों से जो काम नहीं हो पाया, उस मिशन में अंतिम सफलता रैट होल माइनर्स, अन्य अनाम श्रमिक और साधारण तकनीकी कार्मिकों के कारण मिली है। इन सभी ने अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने साथी मजदूरों की जान बचाई है . यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार की ओर से रैटहोल माइनर्स को दिया गया 50-50 हजार का पारितोषिक बहुत कम है। सरकार को इसे बढ़ाने के साथ इन कर्मवीर रैट होल माइनर्स के लिए अन्य सुविधाओं की घोषणाएं भी करनी चाहिए.