आनंद रावत ने की प्रीतम सिंह की तारीफ कहा बड़े योद्धा
देहरादून : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे आनंद रावत ने मौजूदा राजनीतिक माहौळ में अपने पिता के विरोधी खेमे के अगवा माने जाने वाले प्रीतम सिंह की तथ्यात्मक तरीके से तारीफ की है। कांग्रेस के युवा नेता आनंद रावत ने लिखा है कि प्रीतम सिंह जी कांग्रेस पार्टी में मेरे पसंदीदा नेता हैं। उन्होंने आगे लिखा कि जब मैं युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष था, तो अक्सर युवा कांग्रेसियों के मार्ग निर्देशन के लिए प्रीतम सिंह जी को युवा कांग्रेस के कार्यक्रमों में आमंत्रित करता था ।जब मैं किशोर उपाध्याय जी की कमेटी में महासचिव बना तो सबसे पहले प्रीतम सिंह जी से आशीर्वाद लेने गया, हालाँकि उस समय उनके पैर में फ़्रैक्चर हो रखा था, उसके बावजूद भी उन्होंने मेरा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया ।
प्रीतम सिंह जी का बयान कि “ मैं लोकसभा चुनाव नही लड़ूँगा “ के कई दीर्घकालीक मायने है । उनके इस बयान को कांग्रेस पार्टी की बहुचर्चित “ के कामराज नीति “ से भी जोड़ कर देखा जा सकता है जिसमें 60 के दशक में कांग्रेस के नेताओं के मन से सत्ता के लालच को दूर करना और इसके स्थान पर संगठन के उद्देश्यों और नीतियों के लिए एक समर्पित लगाव पैदा करना था और साथ ही साथ नए नेताओं की नयी ऊर्जा के दम पर कांग्रेस को नयी संजीवनी मिल गयी ।
इस नीति के अंतर्गत स्वयं के कामराज जी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दिया और उत्तर प्रदेश के सी बी गुप्ता जी व उड़ीसा के बीजू पटनायक जी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के लिए प्रेरित किया । इस नीति ने कांग्रेस की गिरती लोकप्रियता ( 62 के युद्ध के कारण ) को सम्भाला और नयी शक्ति का संचार किया और नए नेता जैसे एन डी तिवारी जी गुलाब सिंह जी व गोविन्द सिंह महरा जी जैसे नेताओं के दम पर 70 का दशक भी कांग्रेस के नाम रहा ।
प्रीतम सिंह जी का बयान की “ मैं हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम को केवल कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए करूँगा ना कि चुनाव लड़ने के लिए “ कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नयी ऊर्जा पैदा करेगा ।
मैं पिछले 1 वर्ष से आईटीआई ( ITI ) पॉलीटेकनिक व सॉफ़्टवेर इंजिनीयर पास युवाओं के मध्य “ हाथ से हाथ जोड़ो “ कार्यक्रम चला रहा हूँ । प्रति वर्ष 2 से 3 लाख युवा तकनीकी रूप से दक्ष इन संस्थानो से पास हो रहे है और सरकार इनको समूचित रोज़गार नही दे पा रही है ।
मोदी जी व धामी जी परीक्षा पर चर्चा नामक कार्यक्रम चला रहे है जिसमें केवल कोरी बातें होती है, और उनकी ईमेंज ब्रैंडिंग होती है ।
साल 2022–23 बजट हाईलाइट्स
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया साल 2022–23 का बजट, पांचवीं बार पेश किया बजट
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6 लाख करोड़ के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना ला रही केंद्र सरकार
आत्मनिर्भर क्लीन प्रोग्राम लॉन्च करेंगे
किसानों को डिजिटल ट्रेनिंग मिलेगी
गरीबों को अगले एक साल मुफ्त खाद्यान
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कृषि ऋण का लक्ष्य 20 लाख करोड़ तक बढ़ेगा
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PACS कंप्यूटरीकरण के लिए …
नए बजट की 7 प्राथमिकताएं
समावेशी विकास
हरित विकास
युवा शक्ति
आख़िरी मील तक पहुंचना
वित्त क्षेत्र
इंफ्रा स्ट्रक्चर विकास
क्षमता विकास