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लोकसभा चुनाव के बाद निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी …

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मीडिया लाइव, देहरादून: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव। हो चुका है। जिसके नतीजे देश भर में सात चरणों में होने वाले मतदान के बाद चार जून कॉल आयेंगे। लेकिन उत्तराखंड में इसके साथ ही काफी समय से टाले जा रहे निकाय चुनाव को लेकर गहमा गहमी शुरू हो गई है। जिसे लेकर केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।

रविवार को मीडिया से रूबरू हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट ने निकाय चुनावों की तैयारियों को लेकर कहा, पार्टी निकाय चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर है। संगठन स्तर पर चुनाव प्रक्रिया को लेकर सभी रणनीतियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हमारी कोशिश है, अधिक से अधिक वोटरों को मतदाता सूची से जोड़ने की, जिसको लेकर पार्टी के स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ को जिम्मेदारी दी गई है।

दरअसल बहुत से मामलों में देखा गया है कि बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम नगर निकाय की सूचियां से गायब हैं। इसके अतिरिक्त बहुत से ऐसे प्रकरण भी सामने आए हैं जिनमे लोकसभा चुनाव की सूची में किसी पालिका में 18 हजार मतदाता हैं तो निकाय मतदाता सूची में 26 हजार वोटर हैं । इसी तरह प्रत्येक नगर निगम नगर पालिका नगर पंचायत में प्रत्याशियों के नाम का पैनल तैयार करने के लिए शीघ्र ही प्रभारी नियुक्त किया जा रहे हैं। जो जिला अध्यक्ष नगर अध्यक्ष एवं संगठन के तमाम पदाधिकारी से विचार विमर्श कर औसतन दो से तीन नाम प्रदेश नेतृत्व को भेजेंगे । जिस पर प्रदेश संसदीय समिति विचार कर उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी । साथ ही स्पष्ट किया कि हमारी फिलहाल प्राथमिकता अधिक से अधिक वोटरों को निकाय की सूची से जोड़ने की है।

विद्युत दरों में हुई वृद्धि को लेकर कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, विपक्ष को अपने राज्यों के बिजली दामों पर भी निगाह डालनी चाहिए, जो अधिकांशत उत्तराखंड से भी अधिक हैं। विद्युत नियामक आयोग एक तय प्रक्रिया के तहत दरों को निर्धारित करता है, जिसे अधिक समय तक रोक कर विद्युत प्रबंधन को बाधित किया जाना उचित नही हैं। प्रदेश आज शत प्रतिशत बिजली सप्लाई एवं बेहतर आपूर्ति व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। साथ ही विद्युत उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए उन अनेकों विद्युत उत्पादन परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है, जिन्हें कांग्रेस ने अपनी सरकारों में दशकों तक लटकाए रखा था।