थलीसैंण, पाबौ और खिर्सू ब्लाक के एक-एक गांव बनेंगे मॉडल गांव
- बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य वन विभाग को सौंपा गया.
- कलस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देने के व काश्तकारों की आय को दोगुना करने के लिए ठोस कार्ययोजना को निर्देश।
- एक-एक गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने हेतु ठोस रणनीति।
मीडिया लाइव, पौड़ी : सहकारिता, प्रोटोकॉल तथा उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने उद्यानीकरण को बढ़ावा देने तथा पाबौ, थलीसैंण और खिर्सू ब्लाक में एक-एक मॉडल गांव विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने एक हजार बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य वन विभाग को सौंपा। कहा कि विधायक निधि से इस कार्य का व्यय वहन किया जाएगा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उच्च शिक्षा मंत्री डा. रावत ने बुधवार को ब्लाक सभागार थलीसैंण में कृषि, उद्यान, स्वजल, पंचायतराज, समाज कल्याण आदि विभागों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी रेखीय विभागों को कलस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देने के साथ ही काश्तकारों की आय को दोगुना करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने थलीसैंण, पाबौ और खिर्सू ब्लाक के एक-एक गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने हेतु ठोस रणनीति के तहत कार्य करने को कहा। कहा कि मॉडल गांव में कृषि, उद्यानीकरण, बागवानी आदि के कलस्टर आधारित कार्यों को बढ़ावा दिया जाय। उच्च शिक्षा मंत्री डा. रावत ने समाज कल्याण की समीक्षा करते हुए विभाग के अंतर्गत दी जाने वाली विविध प्रकार की पेंशनों के लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने को कहा। हिदायत दी कि पेंशन का लाभ केवल जरूरत मंदों को तथा पूरे मानकों के अुनरूप ही दी जाए। उन्होंने स्वजल विभाग के अंतर्गत हुए कार्यों के लंबित भुगतान का भी निस्तारण करने को कहा। इसके अलावा अभी तक आहरित तथा लंबित धनराशि की भी समीक्षा की। उन्होंने पंचायतराज विभाग के अन्तर्गत 14वें वित्त तथा विधायक निधि के कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने काश्तकारों को बंदरों तथा जंगली सुअरों से निजाद दिलाये जाने को लेकर सभी रेखीय विभागों के साथ गहनता से मंथन किया। कहा कि बंदरों को पड़ने के लिए वन विभाग प्राथमिकता से कार्य करे। इस कार्य के लिए उन्होंने वन विभाग को एक हजार बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य भी सौंपा। कहा कि उत्पाती बंदरों को पकड़ने तथा उन्होंने बंदर बाढ़े में शिफ्ट करने के लिए विधायक निधि से धनराशि व्यय की जाएगी। यही नहीं डा. रावत ने वन विभाग को जंगली सुअरों को मारने के लिए जारी शासनादेश का जनहित में प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिये। कहा कि लंबे समय से काश्तकारों द्वारा बंदरों और जंगली सुअरों से निजात दिलाये जाने की मांग उठायी जा रही है। उन्होंने सभी संबंधित रेखीय विभागों को पूरी जिम्मेदारियों के साथ कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये। इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी डा. देवेंद्र सिंह राणा, जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोरा, सीवीओ एसके सिंह समेत संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।