पहली बार देहरादून में आयोजित हुई दो दिवसीय लेज़र डेंटल सिम्पोजियम: डॉ. कांबोज
मीडिया लाइव, देहरादून : उत्तर भारत में पहली बार देहरादून में लेजर डेंटिस्ट्री पर दो दिवसीय सिम्पोजियम का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न शहरों से प्रमुख दंत चिकित्सकों और फोटोना लेज़र के विशेषज्ञों ने भाग लिया। यह सिम्पोजियम दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और अनुसंधानों पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया गया था।
सिम्पोजियम में पूर्व दायित्वधारी और वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान ने इन आगंतुक डेलीगेट्स विशेषज्ञों और दंत चिकित्सकों का स्वागत किया। जुगरान ने ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचारों की आवश्यकता पर जोर दिया।

लक्ष्मी डेंटल क्लिनिक के संचालक डॉ नीतीश कांबोज ने लेजर डेंटिस्ट्री के महत्व पर प्रकाश डाला और इसके उपयोग से दंत चिकित्सा में होने वाले लाभों के बारे में जानकारी साझा की।
सिम्पोजियम में विभिन्न सत्र आयोजित किए गए, जिनमें लेजर डेंटिस्ट्री के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इन सत्रों में दंत चिकित्सक कंबोज ने अपने अनुभव और ज्ञान को साझा किया और लेजर डेंटिस्ट्री के उपयोग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
सिम्पोजियम के दौरान, दंत चिकित्सा में अब तक केस हिस्ट्री के विस्तृत अनुभव शेयर किए। जिनमें लेजर डेंटिस्ट्री से संबंधित नवीनतम उपकरणों और तकनीकों का प्रदर्शन भी किया गया। इस मौके पर दंत चिकित्सकों को नवीनतम तकनीकों के बारे में बतौर क्लास उपयोग करने का अवसर प्रदान किया।

इस सिम्पोजियम ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचारों और अनुसंधानों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह आयोजन दंत चिकित्सकों के लिए एक मंच प्रदान करने में सफल रहा, जहां वे नवीनतम तकनीकों और अनुसंधानों पर चर्चा कर सकते हैं और अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ा सकते हैं।
लक्ष्मी डेंटल क्लिनिक एंड याल्ड सेंटर के संचालक डॉ नीतीश कांबोज ने बताया कि पहली बार उत्तर भारत में डेंटल इंटरनेशनल सिम्पोजियम आयोजित किया गया। इसमें विदेश से फोटोना लेज़र के एक्सपर्ट डेलीगेट्स आए इस वर्कशॉप में देश के विभिन्न शहरों से डेंटल सर्जन ने हिस्सा लिया। उन्होंने बताया इस कार्यशाला में मेरे साथ विदेशी डेलीगेट्स ने लेज़र यहां प्रतिभाग कर रहे दंत चिकित्सकों को डेंटिस्ट्री की क्लास दी। इसके अलावा इस मौके पर व्यवहारिक जानकारी भी कार्यशाला में शामिल डेंटल सर्जन को दी गई।
जिसमें इन डॉक्टर्स ने गंभीरता से दिलचस्पी दिखाई और इसका उपयोग दंत चिकित्सा के क्षेत्र के लिए बहुत लाभकारी बताया। उन्होंने कहा इसे चिकित्सकों और मरीजों की तरफ से प्रोत्साहित और प्राथमिकता दिए जाने की जरूरत है।
देहरादून में आयोजित इस दो दिवसीय सिम्पोजियम में वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और पूर्व दायित्वधारी रविन्द्र जुगरान ने यहां आए डेलीगेट्स का स्वागत किया और उन्हें देव भूमि उत्तराखंड और यहां की आध्यात्मिक पहचान से अवगत कराया। फोटोना लेज़र के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि वे दूसरी बार देहरादून आए हैं इससे पहले 1987 में वे यहां आए थे। इतने सालों में यहां इस बार आकर उन्हें बहुत सारे बदलाव देखने को मिले हैं।
देहरादून में आयोजित इस सिम्पोजियम में फ़ोटोना कंपनी से जैंको विजेंटिन फिजिसिस्ट व साइंटिस्ट्स, फोटोना के प्रबंध निदेशक गैस्पर ने डेंटिस्ट्री में लेजर तकनीक पर लेक्चर दिया और व्यवहारिक प्रशिक्षण के जरिए भी यहां मौजूद प्रतिभागी डॉक्टर्स को अवगत कराया।
इनके अलावा डॉ गौरी सहगल, डॉ अनन्या वाधवा, डॉ भव्य सिक्का डॉ लोकेश तोमर, डॉ वैभव पाहवा आदि ने इस सिम्पोजियम में प्रतिभाग किया।
सिम्पोजियम के समापन पर, आयोजक लक्ष्मी डेंटल क्लिनिक एंड याल्ड सेंटर की तरफ से सभी प्रतिभागियों को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।