लोगों के लिए लाभकारी है योजना, तो नहीं आएगी धन की कमी

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मीडिया लाइव, गोपेश्वर : इस वित्तीय वर्ष में जिला योजना के तहत नई विकास योजनाओं का भौतिक सत्यापन करते हुए औचित्यपूर्ण आंगणन के साथ प्रस्ताव तैयार करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में इस वर्ष की जिला योजना की रूपरेखा तैयार करने के उदेश्य से विभिन्न विभागीय अधिकारियों को दिए। कहा कि किसी भी विभाग के पास अगर कोई अच्छी योजना है, जिससे अधिक से अधिक काश्तकारों, किसानों एवं आम जनमानस को फायदा मिल सके, तो ऐसी इनोवेटिव योजना के लिए जिला योजना से धन की कोई कमी नही की जाएगी।
उन्होंने विभागों को जनता से प्राप्त शिकायतों एवं जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर भी नए प्रस्तावों को जिला योजना में अनुमोदन हेतु उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्यौपैथिक, सामुदायिक विकास, उद्योग, युवा कल्याण, खादीग्रामोद्योग, पशुपालन, कृषि, उद्यान, भेषज, मत्स्य, सहकारिता, रेशम, पंचायतराज, खेलकूद, सेवायोजन, संस्कृति आदि विभागों द्वारा इस वर्ष की जिला योजना के तहत प्रस्तावित योजनाओं की समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को प्रस्तावित योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर भंली-भाॅति जाॅच करने के उपरान्त ही जिला योजना में अनुमोदन हेतु उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि योजनाए आम लोगों की आवश्यकता के अनुसार बनायी जानी चाहिए, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने प्रस्तावित योजनाओं के आंगणन के अनुसार ही जिला योजना में धनराशि की डिमांड करने को कहा ताकि धनराशि के कम ज्यादा होने से योजना के संचालन में किसी प्रकार की समस्या न हो।

जिलाधिकारी ने आयुर्वेदिक एवं भेषज संघ को जिले में जड़ी बूटियों के उत्पादन, संकलन संर्वधन एवं प्रासेसिंग के लिए नए प्रोजेक्ट स्थापित करने पर जोर दिया, ताकि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जड़ी बूटी से जुड़े काश्तकारों को फायदा मिल सके। पशुपालन विभाग को मनरेगा से कन्र्वजेन्स करते हुए चारा विकास के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने को कहा। काश्तकार की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए कृषि एवं उद्यान विभाग को मनरेगा से कन्र्वजेन्स करते हुए चैनलिंक फैन्सिंग की योजना के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। युवा कल्याण को आपदा संभावित क्षेत्रों में महिला एवं युवक मंगल दलों को आपदा राहत बचाव सामग्री उपलब्ध कराने हेतु कार्ययोजना तैयार करने को कहा। सहकारिता विभाग को पंजीकृत सहकारी समितियों को एक्टिवेट करते हुए चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थानीय उत्पाद के नए प्राजेक्ट स्थापित करने हेतु कार्य करने पर जोर दिया। कहा कि सहकारिता विभाग विभिन्न क्षेत्रों में गठित स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर भी ठोस कार्य कर सकता है। मायापुर में आयुर्वेदिक अस्पताल का टूटे फूटे किराए के भवन में संचालन को लेकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए अस्पताल को किसी अच्छे भवन में शिफ्ट कराने के निर्देश दिए। कहा कि जिले में कुछ विभागों की भवन संबधी परिसंपत्तियों का उपयोग नही हो रहा है। अगर किसी विभाग को कही पर भवन संबधी समस्या है तो वे ऐसे परिसंपत्तियों केे उपयोग हेतु प्रस्ताव उपलब्ध करा सकते है। बैठक में विभिन्न विभागों की प्रस्तावित योजनाओं के आधार पर जिलाधिकारी ने अनुमानित बजट की रूपरेखा निर्धारित करते हुए जिला योजना समिति की बैठक में अनुमोदन हेतु प्रस्तावित करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, सीएमओ डाॅ. अनूप कुमार डिमरी, डीडीओ एसके राॅय, जीएम डीआईसी डा. एमएस सजवाण, सीएचओ नरेन्द्र यादव, सीवीओ डा. शरद कुमार भण्डारी, सीएओ राम कुमार दोहरे सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।