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चालकों की हड़ताल से पहिया जाम

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मीडिया लाइव, हरिद्वार: इंडियन पीनल कोड (आइपीसी) अब (भारतीय न्याय संहिता) की धाराओं में संशोधन के विरोध में रोडवेज चालकों और व्यवसायिक वाहनों के चालकों सोमवार को हड़ताल कर दी। इससे शहर और देहात के बस अड्डों पर पहुंचे यात्री अपने गंतव्य को जाने के लिए परेशान रहे। हड़ताल के चलते सवारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा कुछ इक्का-दुक्का निजी बसों को छोड़कर बाकी बसें हाईवे पर नहीं चली।

 इसके साथी टेंपो चालकों ने भी पूरी तरह हड़ताल का समर्थन करते हुए धरना प्रदर्शन किया और कानून में बदलाव की मांग की। रुड़की में एसडीएम चौक पर प्रदर्शन के दौरान टेंपो यूनियन के अध्यक्ष पप्पू गेरा ने बताया कि नए कानून में दुर्घटना में किसी की मृत्यु के बाद चालक को दस साल की सजा और पांच लाख के जुर्माने का प्रावधान किया हैं। उन्होंने कहा कि एक चालक 500 रुपए प्रति दिन की दिहाड़ी पर कार्य कर अपने घर की रोजी-रोटी चलाता है.

 और अगर किसी कारण वह इस प्रकार के हादसे का शिकार हो जाएगा तो वह कहां से पांच लाख दंड की राशि देगा और अगर उसे सजा हो गई तो उसके घर का भरण पोषण कैसे होगा। उन्होंने कहा कि कानून का विरोध जब तक जारी रहेगा जब तक सरकार  इसे वापस नहीं ले लेती। इस अवसर पर विपिन कुमार, ललित इकरार, राजू,आरिफ, अमन, मसरूर, देवेंद्र, महबूब, कुशल कुमार,सद्दाम, राजपूत, हरवीर, बिट्टू पंडित आदि लोग मौजूद रहे।