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तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित बयान पर मसूरी में लोगों ने किया जमकर प्रदर्शन

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मीडिया लाइव, मुसूरी : तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित बयान पर मसूरी व्यापार मंडल के द्वारा मसूरी पिक्चर पैलेस चौक पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की । उदयनिधि स्टालिन के अमर्यादित बयान पर लोगों में भारी रोष है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा की तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर जिस तरीके से आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया हैं, हम इसकी घोर निंदा करते है।उन्होंने कहा कि स्टालिन के माफी मांगने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

उन्होंने तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि देश में नफरत फैलाने वाले राजनेताओं पर लगाम लगनी चाहिए. उन्होने कहा कि यह मानवता, वैश्विकता और लोकतंत्र का सूत्र है कि हम एक बहु-धार्मिक देश हैं. अपने धर्म का पालन करें, दूसरे के धर्म का अपमान न करें और उसका सम्मान करें, यह लोकतंत्र विरोधी है. मानवता विरोधी, ईश्वर विरोधी, शांति और विकास विरोधी और ये राष्ट्रों की समृद्धि विरोधी हैं। उन्होंने कहा भारत देश के ऐसा देश है जहां पर सभी धर्माे और जातियों को लोग आपस में प्रेम से रहकर भाईचारे का संदेश देने का काम करते है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का अर्थ होता है सदा चलने वाला इसके आगे ना आदि है ना अंत है। उन्होंने कहा कि भारत देश में 80 प्रतिशत लोग सनातन धर्म को मानते हैं ऐसे में तमिलनाडु के मंत्री द्वारा दिए गए बयान से उन 80 प्रतिशत लोगों का अपमान हुआ है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को स्वयं इसका संज्ञान लेकर लेकर तमिलनाडु के मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को भी पत्र लिखकर राज्यसभा में तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की मांग की है जिससे उदयनिधि जैसे मंत्रियों को सबक मिल सके।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने शनिवार को ष्संताना उन्मूलन सम्मेलनष् को संबोधित करते हुए कहा, सनातन धर्म को उखाड़ फेंकना मानवता और मानव समानता को कायम रखना है. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया या कोरोना वायरस जैसी बीमारियों से की और कहा, कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता; उनसे ही घृणा की जानी चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते; हमें उन्हें मिटाना होगा. इस तरह हम सनातन को मिटा देते हैं. सनातन का विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए.
बाइट मसूरी व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल