यहाँ रिटेल काउंटर पर 50 से 70 रुपये किलो टमाटर, तो फिर बाजार में क्यों लगी है आग ?
मीडिया लाइव, देहरादून : इस वक्त टमाटर ने लोगों के किचन का बजट ख़राब कर रखा है। इससे खाने का जायका बिगड़ गया है। लेकिन टमाटर के भाव में इतनी आग आखिर क्यों लगी है ? ये समझ से बाहर है। वहीँ किसान को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। उपभोक्ता और किसानों को आखिर बरसात की आड़ में क्यों लूटा जा रहा है। देहरादून में निरंजपुर सब्जी मंडी में आम ग्राहकों को राहत देने के लिए मंडी परिषद् ने रिटेल काउंटर खोला है। यहाँ टमाटर का भाव 50 से 70 रुपये के बीच रखा गया है। वहीँ बाहर ठेलियों और शहर की मंडियों में टमाटर का रिटेल भाव 200 से 250 रुपये तक चल रहा है। आखिर इतनी मनमानी के पीछे कौन है ? सरकार प्रशासन इस पर नियत्रण लगाने में क्यों फेल है। आम जनता की जेब पर सीधे खुले आम बरसात की आड़ में डाका क्यों डाला जा रहा है।
ग्राहक भी अपनी मस्ती में है। वह भी इसे मौसम की मार का ही असर समझ रहा है। लेकिन सच्चाई इसके ठीक उलट है। आमतौर पर बरसात के मौसम में पहाड़ी इलाकों से टमाटर और अन्य बरसाती सब्जियों की आवक बढ़ जाती है। मैदानी इलाकों में उपज न होने के चलते सारा दबाव पहाड़ी खेती किसानी के कन्धों पर आ जाता है। किसान भी मौसम की मार की वजह से बहुत ज्यादा मोल भाव करने की हालत में नहीं होता। क्योंकि सब्जियां ख़राब होने का खतरा ज्यादा होता है। खासकर टमाटर जैसी फसल इस मौसम में तुरंत खराब हो जाती है। । ऐसे में उन्हें सही समय से मंडी तक पहुँचाने की जल्दी में किसान औने-पौने दामों में अपनी फसल बेचने की मजबूरी में रहते हैं। लिहाजा बड़े कारोबारी और आढ़तियों का उन पर दबाव रहता है। ऐसे में किसान को महंगाई के मूल कारण और अर्थशास्त्र के मांग और पूर्ती के मूल सिद्धांत का वो फायदा भी नहीं मिल पाता जिसका वो हकदार है।
ऐसे में साफ़ है कि बिचौलिए और रिटेल सब्जी बिक्रेता ग्राहकों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। निरंजनपुर मंडी निरीक्षक अजय डबराल ने बताया कि टमाटर के दाम बढ़ने कि वजह से आम जन को राहत देने के लिए ही यहाँ रिटेल कांउटर खोले गए हैं। जहाँ टमाटर का भाव 50 से 70 रूपये किलो निर्धारित किया गया है। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि खुली मंडियों पर कृषि उत्पादन बोर्ड का नियंत्रण नहीं है। लेकिन जनहित में मंडी समिति ने यहाँ रिटेल काउंटर खोले हैं। जिसका लाभ बड़ी संख्या में आम उपभोक्ता उठा रहे हैं।
उपभोक्ता योगेंद्र नेगी ने बताया कि दो दिन पहले ही प्रेम नगर में टमाटर बिक्रेता ठेली वाले ने आधे किलो टमाटर का भाव 120 रुपये बताया था, दो बार पूछने पर भी उसने यही बताया इसलिए टमाटर खरीदने का निर्णय कैंसिल कर दिया। अब उनका कहना है कि आते-जाते वक्त वे निरंजपुर सब्जी मंडी से ही 50 रुपये किलो टमाटर लेकर जाएंगे। नेहरू कॉलोनी मंडी से रेगुलर सब्जी खरीदने वाले संतोष पोखरियाल ने बताया कि वे इस बीच 100 रुपये से लेकर 200 रुपये किलो टमाटर खरीदते रहे हैं। टमाटर की कीमतों को लेकर जारी लूट को देखते हुए पूछे जाने पर लोग नाक मुँह सिकोड़ते हुए देखे जा सकते हैं।