धाकड़ धामी सरकार में खनन माफिया की मौज़: रणजीत रावत
मीडिया लाइव, रामनगर : उत्तराखंड के जनपद नैनीताल और ऊधम सिंह नगर में अवैध खनन का खेल ज़ोरों पर खेला जा रहा है। गुलज़ारपुर वन आरक्षित क्षेत्र में दिन हो या रात अवैध खनन कर खनन माफ़िया सरकार को लाखों का राजस्व का चूना लगा रहे हैं। इतना ही नहीं खनन माफ़िया और वन विभाग के गठजोड़ का मेल जंगलों को नष्ट करते हुए दिखाई दे रहा है। कोसी नदी के नजदीक गहरे गड्ढे आसानी से देखे जाएंगे इन जगहों में बेशकीमती पेड़ जड़ सहित गायब कर दिए गए हैं। आसपास क्षेत्रों में जल का संकट भी मंडराने लगा है। वन विभाग की टीम भले ही अपनी चौकसी के दावे क्यों ना करती हो, लेकिन उसके सरे दावे हवाई साबित हो रहे हैं। वन विभाग की टीम प्राइवेट वाहनों और प्राइवेट लोगो के साथ सड़कों पर तो घूमती हुई दिखाई दी जाएगी और स्टोन क्रेशर का वाहन रोककर चेकिंग के नाम पर नौटंकी कि पोल तो वायरल वीडियो ने खोलकर रख दी है।
बता दें कि वन विभाग की इस फिल्मी कार्रवाई से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दामन में जमकर दाग लग रहे हैं। वन विभाग के कर्मचारी नियमों को ताक पर रखकर सड़कों पर चेकिंग तो करते दिखाई दे रहे हैं, पर अपने आरक्षित क्षेत्र में जंगलों को नष्ट करने का खनन माफ़ियाओं को मौका देने से नहीं हिचक रहे हैं।

बरहाल वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और खनन माफियाओं के प्रति नज़रअंदाज़ी से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अब कांग्रेस ने घेरना शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि रामनगर क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री धामी को घेरते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोसी नदी में खुलेआम अवैध खनन करने की अनुमति कुछ लोगों को दी है। उन्होंने बताया कि काशीपुर से लेकर बाज़पुर तक स्थित कोसी में रात दिन पोकलैंड मशीन लगाकर अवैध खनन किया जा रहा है। जबकि नदियों में खनन के दौरान मशीनों का प्रयोग किया जाना पूरी तरह प्रतिबंधित है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 28 फरवरी को नदियों में खनन निकासी बंद कर दी जाएगी, लेकिन इससे पूर्व इन नदियों से अवैध खनन किया जाना मुख्यमंत्री पर कई सवाल दाग रहा है।
उन्होंने कहा कि अवैध खनन के दौरान ट्रांसपोर्टरों से अवैध वसूली की जा रही है, तथा इस अवैध खनन का पैसा सरकारी खातों जाने के बजाय निजी लोगों की जेबों में जा रहा है। रणजीत रावत ने कहा कि धाकड़ धामी नौकरियों की भर्ती पेपर लीक करने और अवैध खनन कराने में धाकड़ साबित हो रहे हैं। रावत ने इस मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों से अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि इस पर रोक नहीं लगी तो इसके खिलाफ़ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस इलाके में ग्रामीण रात को अवैध रूप से चलने वाले खनन के वाहनों के हो हल्ले से जीना मुहाल हो रहा है। सिंगल रोड पर लगातार बड़े बड़े डम्पर चलते रहते है, बच्चों को देख कर डर लगता है कि कहीं कोई हादसा न हो जाये।