joshimath sinking: भवन ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई पर लोग आक्रोशित !
जोशीमठ : जोशीमठ में घरों को खाली कराने और धवस्त करने को लेकर लोगों में आक्रोश है। लक्ष्मी प्रसाद सती का कहना है कि प्रशासन जबरदस्ती उनके घरों को खाली करा रहा है। होटल मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा का कहना है कि प्रशासन ने उन्हें होटल तोड़ने की कोई सूचना नहीं दी और ना ही कोई नोटिस दिया गया। सालों पहले करोड़ों रुपये की लागत से होटल बनाया था। यह हमारी आजीविका का साधन है। सरकार अगर होटल गिराना चाहती है तो मुआवजा भी दे। वहीं, होटल माउंट व्यू के मालिक सुंदरलाल सेमवाल का कहना है कि हमें हमारे होटल तोड़ने की कोई सूचना नहीं मिली है। सरकार को हमारे लिए मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए।
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ.रंजीत सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ पहुंची सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था। इन दोनों होटलों से भवनों को ढहाने की शुरुआत होगी। इन होटलों को अत्यधिक क्षति पहुंची है।
जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू होगा। मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु ने असुरक्षित भवनों को गिराने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के वैज्ञानिकों की देखरेख में लोनिवि की टीम भवनों को ढहाने का काम करेगी, दोनों संस्थानों की टीमें जोशीमठ पहुंच गई हैं। असुरक्षित भवनों पर लाल निशान लगा दिए गए हैं।