MEDIA LIVE : SDM और NSUI के प्रदेश महासचिव विवाद को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बनाया बड़ा मुद्दा, दिल्ली–देहरादून से पौड़ी तक हुआ विरोध !
मीडिया लाइव, पौड़ी/देहरादून: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस बेरोजगारी और युवाओं के मुद्दों को लेकर बेहद गंभीर और आक्रामक नजर आ रही है। राष्ट्रीय नेतृत्व का संदेश साफ है कि यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लेकर पार्टी नेताओं को संघर्ष में डटे युवाओं के साथ सब खड़े नजर आएं। यही वजह रही कि पौड़ी यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव नितिन बिष्ट के खिलाफ पौड़ी प्रशासन की कार्रवाई के बाद प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेता देहरादून से लेकर गड़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी में प्रदर्शन करते नजर आए।
ज्ञात हो कि शनिवार देर शाम अग्निवीर भर्ती को लेकर सर्टिफिकेट बनवाने को लेकर एसडीएम सदर पौड़ी के साथ यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता नितिन बिष्ट का विवाद हो गया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, इस विवाद में एसडीएम आपा खोते नजर आ रहे हैं, जिसमें गाली गलौज और मारने तक जैसी शब्दावली सुनाई दे रही है।
एसडीएम सदर द्वारा यूथ कांग्रेस नेता को गाली देने का वीडियो इतना तेजी से वायरल हुआ कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के साथ ही पूर्व सीएम हरीश रावत से लेकर पूर्व पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पीसीसी अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सक्रिय होकर गालीबाज एसडीएम के खिलाफ एक्शन लेने और यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता पर दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य जहां कई पार्टी नेताओं के साथ पौड़ी कलेक्ट्रेट का घेराव कर डीएम को ज्ञापन देते हैं, वहीं देहरादून में गांधी पार्क में हरीश रावत, करन माहरा और विधायक भुवन कापड़ी सहित कई नेता धरने उपवास पर बैठे।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की अगुवाई में एसडीएम की बदसलूकी के खिलाफ पौड़ी कलक्ट्रेट पर पूर्व विधायक केदारनाथ मनोज रावत, पूर्व सांसद प्रत्याशी मनीष खण्डूरी, पूर्व विधायक प्रत्याशी पौड़ी नवल किशोर, जिलाध्यक्ष कांग्रेस विनोद नेगी सरिता नेगी सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी पौड़ी कार्यालय का घेराव किया।
कांग्रेस नेताओं ने जिलाधिकारी पौड़ी डॉ विजय कुमार जोगदंडे को ज्ञापन सौंपकर युवा कांग्रेस नेता पर हुए मुकदमे को वापस लेने के साथ ही उप जिलाधिकारी (SDM) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की माँग की। यशपाल आर्य ने कहा प्रशासन तंत्र कितना निरंकुश है इसका उदाहरण पौड़ी का प्रकरण है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार के अमानवीय चेहरे और हावी नौकरशाही को दर्शाने के लिए काफी है।