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भारत छोड़ो आन्दोलन: मुख्यमंत्री ने स्कूली छात्र-छत्राओं से वार्ता की

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मीडिया लाइव,गोपेश्वर : भारत छाड़ो आन्दोलन के 75वी वर्षगांठ पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से स्कूली छात्र-छत्राओं से वार्ता की। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में आज का दिन ऐतिहासिक दिन रहा है, जिसे अगस्त क्रांन्ति के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने सभी स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों को नमन करते हुए कहा कि किसी भी देश व राज्य का भवष्यि उसके बच्चे होते है। बच्चों को जिस प्रकार की शिक्षा एवं संस्कार दिये जाते है उसी पर ही राज्य का भविष्य भी निर्भर होता है।
मुख्यमंत्री ने छात्रों द्वारा उठाये गये सभी सवालों का बडी सहजता के साथ जबाव दिया। उन्होंने छात्रों को भरोसा दिलाया कि उनके सभी सवालों के जबाव को कार्यरूप में परणित करने का पूरा प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बच्चो को अपने घर, गांव व शहरों को स्वच्छ रखने, जल संचय में योगदान करने तथा एक व्यक्ति एक वृक्ष लगाने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने कहा कि नशा एक समाजिक बुराई है इससे हमेशा दूर रहने तथा भ्रष्टाचार न करने और ना ही सहने का भी संकल्प लेने को कहा। उन्होंने बच्चों को परिश्रम की पराकाष्ठा तक अपनी पढाई जारी रखने की बात भी कही।
 मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें उत्तराखण्ड राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त, नशामुक्त एवं विकसित राज्य बनाना है। जिसके लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। स्कूली छात्र-छात्राओं के सवालों का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टाॅलरेन्स की नीति पर कार्य कर रही है तथा धीरे-धीरे आने वाले समय में प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाया जायेगा। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पलायन पर छात्रों के सवालों का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाऐं उपलब्ध कराने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्व है। राज्य में शिक्षकों एवं चिकित्सकों की कमी को शीघ्र ही दूर करने पर गम्भीरता से कार्य किया जा रहा है। शिक्षण संस्थाओं में स्र्माट कक्षाओं के संचालन तथा बच्चों के लिए खेल मैदान तैयार करने हेतु कार्य योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि पलायन को रोकने के लिए हमें कृषि को अपनाना होगा। उन्नत किस्म के बीज, खाद एवं उन्नत तकनीकि का इस्तेमाल कर फसल की अच्छी पैदावार कर सकते है। जिससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने छात्रों को गांवों में लोगों को चकबन्दी कराने के लिए प्रेरित करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़, चम्पावत एवं पौडी में गिरता हुआ लिंगानुपात राज्य के लिए चिन्ता का विषय है। कहा कि बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए निःशुल्क शिक्षा, छात्रवृत्ति, गौरा देवी कन्या धन जैसी अनेक कल्याणकारी योजनाओं संचालित है तथा उनके संवैधानिक अधिकारों को भी सुरक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में दो महिला बैंक खोले जा रहे है जो पूरी तरह से महिलाओं के द्वारा संचालित किये जायेंगे।
जनपद चमोली, जीजीएचएस नेग्वाड की छात्रा अमीशा शाह द्वारा स्वच्छता पर उठाये गये सवाल का जबात देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता में सभी की सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के लिए आम आदमी को जागरूक होना होगा। जिला मुख्यालय में जीजीआईसी, जीआईसी, जीजीएचसी के छात्र-छात्राओं ने एनआईसी के माध्यम से तथा तहसील स्तर पर स्थित स्वान केन्द्र, काॅमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री से संवाद किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी आशीष जोशी, मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला, खण्ड शिक्षा अधिकारी दर्शन लाल टम्टा, स्कूलों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।