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ग्रामीणों ने रोपे फलदार पौधे

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मीडिया लाइव, पौड़ी: हरेला महोत्सव के तहत आज कोट ब्लाक के तोड़ख्या ग्राम पंचायत में आयोजित वृक्षारोपण अभियान में जिलाधिकारी समेत विभिन्न जन प्रतिनिधियों ने कई प्रजातियों की पौध रोपण की। ग्राम पंचायत तोड़ख्या में काश्तकारों की पांच हैक्टेअर भूमि में उद्यान विभाग के सौजन्य से कांधारी प्रजाति के 1250  अनार वृक्षों का रोपण जिलाधिकारी सुशील कुमार, मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे, ब्लाक प्रमुख कोट सुनील लिंगवाल, जिला उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार, खंड विकास अधिकारी सुरेंद्र नौटियाल , ग्राम प्रधान रेखा देवी, जन प्रतिनिधि दरमियान सिंह, गोपाल सिंह, भोपाल सिंह, नवीन सिंह समेत कई विभागीय कर्मचारियों ने भी क्षेत्र में वृक्षारोपण किया। वृक्षारोपण उपरान्त गांव के पंयायत घर में ब्लाक प्रमुख सुनील लिंगवाल की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें अपने अध्यक्षीय विचार  व्यक्त करते हुए उन्होंने क्षेत्रवासियों से कहा कि वे इस प्रजाति के अनार के पौधों की पूर्ण सुरक्षा करें तथा आगामी तीन साल तक इन पौधों की सुरक्षा का दायित्य भी उन काश्तकारों का होगा जिनकी

भूमि पर पौधरोपण किया गया है। उन्होंने कहा कि तीन साल के बाद जब ये पौघे अपनी पूर्ण यौवन पर आयेगें और फल देना शुरू करेंगे तो उससे क्षेत्र के काश्तकारों की जहां एक ओर आर्थिकी सुधरेगी वहीें दूसरी ओर पलायन पर भी रोक लगेगी। उन्होंने कार्यक्रम में जिलाधिकारी एवं सीडीओ की उपस्थिति को क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान बताया तथा कहा कि अधिकारियों के आने से काश्तकारों का भी मनोबल बढ़ा है और वे अपनी भूमि से भी अपनी आजीविका में सुधार लाने का प्रयास करेंगे। प्रमुख ने जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी द्वारा क्षेत्र के तोड़ख्या ग्राम पंचायत का चिन्हीकरण करने पर आभार जताया। कहा कि वे क्षेत्र में व्यापक स्तर पर पौघोरोपण का कार्य शुरू करेंगे और अपनी भूमि को बंजर होने से बचायेंगे। इस मौके पर विचार गोष्ठी में जिलाधिकारी सुशील कुमार ने क्षेत्र के काश्तकारों व उद्यानपतियों से कहा कि वे  बंजर पड़ी खाली जमीन पर फलदार एंव पादप प्रजाति के सुगंधित जड़ी बूटियों का उत्पादन भी शुरू करें। जिससे उनकी आजीविका में निश्चित रूप से सुधार होगा। उन्होंने कहा कि आज रोपित किये गये इन अनार के पौघों को अपने बच्चों की तरह सुरक्षा देना ग्रामवासियों का कर्त्तव्य है और आने वाले वर्ष में जब ये वृक्ष फल देना शुरू करेंगे तो उन्हें इससे अपनी आर्थिकी सुधारने में मदद मिलेगी। उन्होंने कांधार प्रजाति के अनार की जानकारी देते हुए बताया कि इसका दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। जिसका फायदा निश्चित रूप से ग्रामवासियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामवासी बंजर भूमि में रोपित किये गये इन पौधों को सुरक्षा की दृष्टि से मनरेगा के तहत दो जॉब कार्ड धारियों को भी कार्य में लगा सकते हैं। उन्होंने ग्राम प्रधान तथा उपस्थित जन समुदाय से अपील की कि वे निश्चित समय के अन्तर्गत इन सफल वृक्षों से उत्पादन प्राप्त कर आजीविका में सुधार लाने का प्रयास करें।

   mahilayenकार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए सीडीओ विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि ग्रामवासियों द्वारा पांच हैक्टेअर भूमि में पौधारोपण के कार्य में जो सहयोग मिला है उसके लिए विभाग काश्तकारों का आभार व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि अब हम सभी की जिम्मेदारी है कि रोपित किये गये पौधों का हम हर हाल में सुरक्षा करें तथा उनसे समय समय पर जो भी आवश्यकता होती है विभाग के माध्यम से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। कार्यक्रम में जिला उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार ने कहा कि कांधारी प्रजाति के अनार के लिए अच्छी भूमि की आवश्यक नहीं होती और ना ही अधिक पानी, खाद आदि की जरूरत पड़ती है। इस मौके पर उन्होंने लोगों से बढ़ी इलायची का उत्पादन, सुगंधीत पादपों का उत्पादन करने की सलाह दी तथा अपने जीवन स्तर उच्च उठाये रखने की भी अपील की। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान रेखादेवी तथा अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी सरकार द्वारा चलाये जा रहे पौघारोपण कार्यक्रम अंगीकृत किये जाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन बीडीओ कोट सुरेंद्र नौटियाल ने किया। इस अवसर पर क्षेत्र के नर नारी, काश्तकार, बाल बच्चे आदि उपस्थित रहे।