पटेलनगर पुलिस ने पकड़े शातिर चोर, 11 दोपहिया सहित लाखों का माल बरामद
मीडिया लाइव ,देहरादून : देहारादून के पटेलनगर थाने की पुलिस को शातिर चोरों को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है. पकडे गए आरोपियों पर उत्तराखंड के अलग अलग जिलों और यूपी में भी दर्जन भर से अधिक आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. वहीँ अभियुक्तों से चोरी के 11 दोपहिया वाहन सहित लाखों की कीमत के घरेलु उपकरण बरामद हुए हैं. पकड़े गये सभी लोग मूल रूप से उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले हैं.
जनपद में बढ़ती चोरी की घटनाएं देहरादून पुलिस के लिए जी का जंजाल बन रही हैं. एसएसपी निवेदिता कुकरेती चोरी की वरदातों को लेकर क्राईम मीटिंग में थाना प्रभारियों को हिदायत दे चुकी हैं. इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय लगातार पुलिसिंग को मजबूत करने और अपराधों के खुलासों को लार निर्देश देती रही हीं. इसी कड़ी में देहरादून शहर के पटेलनगर कोतवाल रितेश साह बेहद चुस्त दिख रहे हैं. उच्चाधिकारियों के दिशा निर्देश पर थाना क्षेत्र में लगातार चेकिंग अभियान चालाया जा रहा है. यही वजह है कि पिछले कुछ दिन से यहाँ अपराधिक मामलों का खुलासा करने में पुलिस को कामयाबी मिली है.
आपको बता दें कि बढ़ते चोरी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए पटेलनगर थानाप्रभारी रितेश शाह ने पूरे क्षेत्र में एक टीम गठित की जिसमें क्षेत्र के सभी चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया गया. इसके अलावा मुखविरों का जाल भी बिछाया गया. साथ ही अलग अलग इलाकों में चेकिंग अभियान चलाया गया.
पुलिस की तरफ से आधिकारिक जानकारी के मुताबिक़ बुधवार को पथरीबाग़ चौक पर मुखबिर की सूचना पर संदिग्ध वाहनों की तलाशी ली जा रही थी. इसी दौरान दो मोटरसाइकिलों पर बैठे चार युवकों से बाइक के कागज़ मांगे गए. जोकि वे नहीं दिखा पाए. पूछताछ करते हुए शक होने पर तलाशी लेने पर. उनके पास मिले बैग में दो लैपटॉप और एक एलईडी रखा रखा था. पुलिस के पूछे जाने पर संतोषजनक जवाब न मिलने पर. पुलिस द्वारा शख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मोटरसाईकिलें और लैपटॉप व एलईडी उनके द्वारा पटेलनगर क्षेत्र से चोरी कर लाई गई हैं. जिन्हें वो बेचने जा रहे थे. इसके बाद चारों युवकों को थाने लाकर कड़ी पूछ ताछ की गई तो कई चौंकाने वाली बाते सामने आयी. अभियुक्तों ने बताया कि वे चोरी के मोटरसाइकिलें भगत सिंह कॉलोनी में रहने वाले अपने एक मैकेनिक दोस्त को देते हैं. वह उन्हें कटवाकर और उनका चेचिस नंबर घिस कर उन्हें बाहर बेच देता है. कई वाहनों के ऊपर चेशिश नंबर घिस कर वह डाई लगवा कर बदल कर उन्हें देता है. लम्बी पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि चोरों आरोपी आपस में दोस्त हैं. चारों मूल रूप से उत्तरप्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं. जोकि वर्तमान में ब्राह्मणवाला देहरादून क्षेत्र में झुग्गियों में किराये में रहते हैं. चारों आरोपी देहरादून में ही फेरी, पुताई और कबाड़ी का काम करते हैं. इसके अलावा पार्किंग क्षेत्रों और अन्य एकांत स्थानों में खड़े वाहनों को डुप्लीकेट चाबी से चुरा लेते हैं. साथ ही दिनभर घूम कर अकेले और सुनसान इलाकों में बंद घरों से सामान चोरी कर लेते हैं. वहीं पुताई के काम में घरों में रहने वाले लोगों की संख्या की थाह लेकर रात को चोरी करते हैं. इन चोरों की निशानदेहि पर पुलिस ने शहर के डालनवाल और नेहरु कॉलोनी थाना क्षेत्र में हुई चोरी की घटनाओं से सम्बंधित दोपहिया वाहनों सहित अन्य सामान भी बरामद किया है. ये पकडे गए आरोपी पहले भी जेल जा चुके हैं. इस मामले में भी आरोपियों का अन्य जिलों से आपराधिक रिकॉर्ड मंगाया जा रहा है. पकडे गए चारों चोरों के साथ ही भगत सिंह कॉलोनी में रहने वाले मैकेनिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिनमें आकिल पुत्र साकिल हुसैन मूलरूप से मोहल्ला मलकियाना थाना कीरतपुर जनपद बिजनौर उत्तरप्रदेश जोकि पुताई का काम करता है, डेनिश पुत्र इश्तिहार हुसैन निवासी मोहला सीलयान थाना कीरतपुर बिजनौर, यूपी, शहजाद पुत्र जहीर निवासी मलकियान बिजनौर यूपी फेरी लगाने का काम करता है,सलमान पुत्र मुकीम सीनग्राम कीरतपुर बिजनौर यूपी वहीँ एहसान पुत्र नूर मोहम्मद भगत सिंह कॉलोनी शामिल हैं. जोकि कोतवाली क्षेत्र के चंदर नगर में मैकेनिक का काम करता है. पकडे गए सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
आरोपियों से बारामद माल : 3 लैपटॉप, अनुमानित कीमत करीब 90,000, 2 टीवी कीमत लगभग 40,000, दो एलईडी कीमत करीब 65,000, 1 एप्पल मोबाइल कीमत करीब 50,000, 4 घरेलु गैस सिलेंडर कीमत करीब 20,000 , 8 मोटरसाइकिल 3 एक्टिवा और मोटर पार्ट्स कीमत करीब 4,00000.
पुलिस टीम में शामिल : प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर थाना रितेश साह, एसआई विपिन बहुगुणा, एसआई रविन्द्र साह, एसआई रविन्द्रसाह, एसआई योगेन्द्र पाण्डे, नरोत्तम बिष्ट, सतेन्द्र नेगी, मुकेश भट्ट, सिपाही राजेश, अजय कुमार, आशीष राठी, जीतेन्द्र सिंह, पंकज बडोनी और परस मणि रतूड़ी शामिल रहे.