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उत्तराखंड में जारी है कोरोना का कहर आज 120 नये मामले हुए दर्ज, चार जिलों में दो दिन रहेगा लॉक डाउन

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मीडिया लाइव, देहरादून: दुनियाभर में कहर बरपाने वाले कोरोना की रफ्तार उत्तराखण्ड में एक बार फिर तेज होती दिख रही है. देश की बात करें तो यह बेकाबू स्तर पर पहुंचती जा रही है. राज्य कोविड-19 कन्ट्रोल रूम की आज जारी रिपोर्ट के मुताबिक शाम 7 बजे तक उत्तराखंड में संक्रमण के मामले 4102 पर पहुंच गए हैं. राहत की बात ये है कि यह आंकड़ा तब बढा है जब टेस्टिंग सैम्पल साइज बढा दिया गया हैै. आज 120 नये मामले राज्य में दर्ज किये गए.

रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले ऊधम सिंह नगर और देहरादून में आये हैं. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने आज देहरादून पलटन बाजार बंद कर सैनिटाइजेशन किया गया. आज देहरादून जिले में -38 मामले सामने आए , जिसमें 14 आर्मी जवान 6 एयरफोर्स सिलेक्शन में आए अभ्यर्थी 13 एम्स ऋषिकेश में पाए गए मरीज एक डॉक्टर समेत चार अन्य शैमिल हैं. इसे देखते हुए शनिवार व रविवार को प्रदेश भर में लॉक डाउन करने का फैसला लिया है.  वही अल्मोड़ा -1, चंपावत-1 हरिद्वार-21, नैनीताल-7 पौड़ी गढ़वाल-6, पिथौरागढ़-6 और ऊधम सिंह नगर में 46 मरीज पॉजिटिव मिले हैं.

वहीं ताजा अपडेट के मुताबिक राज्य सरकार ने प्रदेश में  कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए  चार जिलों में हफ्ते में दो दिन 2 दिन पूर्ण लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। सरकार ने प्रदेश के सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित 4 जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में हफ्ते में दो दिन शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है।

सरकार ने बीते 2 जुलाई को जारी गाइडलाइन में नए प्रविधान शामिल कर शुक्रवार को संशोधित गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक अब राज्य के देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर सहित चार सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित जिलों में हफ्ते में दो दिन शनिवार और रविवार को पूर्ण लॉकडाउन लागू रहेगा। हालांकि इन जिलों में लॉकडाउन के दौरान भी आवश्यक सेवाएं, औद्योगिक इकाइयां, कृषि और निर्माण गतिविधियां, शराब की दुकानें, होटल चालू रहेंगे। आम लोग और उनके वाहनों का संचालन, राष्ट्रीय और राजमार्गों पर सामान की आवाजाही रहेगी। अन्य राज्यों से आने वालों के बारे में बड़ा फैसला लिया है। अब प्रतिदिन 1500 से ज्यादा लोग राज्य में नहीं आ सकेंगे। इस संख्या में हवाई और रेल से आने वाले यात्रियों को बाहर रखा गया है.