पौड़ी में OPS बहाली मोर्चा मिला सीएम से, सौंपा ज्ञापन !
मीडिया लाइव, पौड़ी: राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि 1 अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त प्रदेश के कर्मचारियों को जीपीएफ आधारित पुरानी पेंशन के स्थान पर बाजार आधारित नई पेंशन दी जा रही है। जो कि कर्मचारियों के हित मे नहीं है।
नई पेंशन प्राप्त कोई भी कर्मचारी सेवानिवृत्त होने पर मात्र 1000 से 2000 रुपए पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। जबकि सेवानिवृत्ति से पूर्व उनका वेतन 80 से 90 हजार प्रतिमाह है। इस स्थिति में उसे बुढ़ापे में बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। उसके सम्मुख आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस स्थिति मे उसे आर्थिक एवं सामाजिक सम्मान का खतरा उत्पन्न हो गया है। सेवानिवृत्ति के बाद ऐसे कर्मचारियों को पारिवारिक जीवन मे भी कठिनाई हो रही है। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से जी.पी.एफ. आधारित पुरानी पेंशन लागू होने से कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने मोर्चा को आश्वस्त किया कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए हमारी सरकार सकारात्मक है। इसके संबंध में लगातार सकारात्मक विचार विमर्श कर कर्मचारी हित मे निर्णय लेने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली के लिए शीघ्र उचित निर्णय लेने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिह रावत ने भी आश्वस्त किया कि सरकार जल्द ही इस पर फैसला लेगी और कर्मचारी हित में निर्णय करेगी। क्षेत्रीय विधायक राजकुमार पोरी ने भी सरकार के इस निर्णय का समर्थन करते हुए आश्वस्त किया कि सरकार कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए पुरानी पेंशन बहाली करने का प्रयत्न कर रही है।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी से भी आग्रह किया है कि वह भी सरकार से पुरानी पेंशन बहाली हेतु अपनी बात रखें। दूसरी तरफ राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली हेतु लगातार प्रयासरत है और 19 फरवरी को हल्द्वानी में होने वाली विशाल रैली के लिए तैयारियां कर रहा है।
प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष जयदीप रावत ने कहा कि हमारा संकल्प पुरानी पेंशन बहाली है। इसलिए हर संभव मोर्चा इसके लिए प्रयासरत है। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश प्रवक्ता डॉ कमलेश कुमार मिश्रा, प्रांतीय सचिव सीताराम पोखरियाल आदि मैजूद रहे।