लॉकडाउन में हरकी पैड़ी पहुंचे गजराज
लॉक डाउन के बीच आधी रात हाथियों ने जंगलों से निकलकर हरकी पैड़ी समेत अन्य आबादी क्षेत्र में पहुंचकर उधम मचाना शुरू कर दिया। हालांकि, हाथियों ने किसी प्रकार के जान-माल का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन हाथी के हरकी पैड़ी क्षेत्र में आने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई, जिससे एक पुरोहित विद्युत पोल से टकराकर घायल हो गया। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए शहर में इन दिनों लॉक डाउन लगा हुआ है। जिससे दोपहर एक बजे के बाद खरीदारी की छूट समाप्त होने के बाद शहर के बाजारों में सन्नाटा छा जाता है। जिसके चलते बुधवार की रात करीब एक बजे राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगल से बिल्वकेश्वर कॉलोनी के पास से हाथी निकलकर बाजारों की तरफ रुख करने लगे।
जिसमें एक हाथी हरिद्वार-लक्सर रेलवे लाइन से होता हुआ चंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक से आगे निकलते हुए ज्वालापुर रेलवे स्टेशन की तरफ बढ़ने लगा। हाथी को देखककर लोगों के होश उड़ गए, लेकिन सूचना मिलने पर हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर करीब आधा घंटा के बाद काफी मशक्कत कर वापस जंगल में खदेड़ दिया, लेकिन इसके बाद तड़के चार बजे एक हाथी फिर से निकलर हरकी पैड़ी क्षेत्र के बाजारों में पहुंच गया।
हाथी मोतीबाजार, अपर रोड, पालिका बाजार, मालवीय घाट, सुभाष घाट आदि क्षेत्रों में घूमता रहा। इस दौरान हाथी ने गंगा घाटों पर स्नान करने के लगी जंजीरों को आते-जाते तोड़ डाला। वहीं, यहां हाथी को देखकर लोगों में अफरा-तफरी मच गई। हनुमान घाट के पास हाथी को देखकर पुरोहित मोनू पंडित भागते समय एक विद्युत पोल से टकरा गया। जिससे वह घायल हो गए। उसे निजी डॉक्टर से उपचार दिलाया गया।