महानायकों से प्रेरणा लें: डा. धन सिंह रावत

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मीडिया लाइव, कर्णप्रयाग : महाविद्यालयों में पठन-पाठन करने वाले छात्र-छात्राओं को देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र विजेताओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए एवं देश के ऐसे महानायकों से प्रेरणा लेनी चाहिए। यह बात उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने राजकीय महाविद्यालय कर्णप्रयाग में शौर्य दीवार का अनावरण करते हुए कही। इस अवसर पर बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी तथा थराली विधायक मगन लाल शाह भी मौजूद थे।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने बुधवार को डा. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में शौर्य दीवार का अनावरण किया। जिस पर देश के 21 सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र पाने वाले वीर सैनिकों के चित्र लगे है। वही उन्होंने पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डा. शिवानंद नौटियाल के चित्र का अनावरण, कर्णप्रयाग महाविद्यालय में सेमीनार हाॅल एवं सीसीटीवी कैमरे का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पीजी काॅलेज प्रांगण में डा. शिवानंद नौटियाल की मूर्ति भी स्थापित की जायेगी। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी महाविद्यालयों एवं डिग्री काॅलेजों में ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान एवं वन्देमातरम् अनिवार्य रूप से गाया जायेगा।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में छात्रों को 180 दिन पठन-पाठन करना अनिवार्य होगा तथा 70 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज होने पर ही छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जायेगी। महाविद्यालयों में प्रचार्य एवं प्रोफेसर को भी कम से कम 5 घण्टे रहना अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके लिए महाविद्यालयों में बायोमैट्रिक्स सिस्टम लगाये गये है। उन्होंने कहा कि अगामी वर्ष से छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी बायोमैट्रिक्स से दर्ज करायी जायेगी। इसके साथ ही सभी महाविद्यालयों में 1 सितंबर से ड्रेस कोड लागू होगा। उन्होंने कहा कि जो छात्र आईएएस, पीसीएस आदि परीक्षाओं की तैयारी करना चाहता है और वह गरीब है, तो ऐसे छात्रों के लिए महाविद्यालय परिसर में ही कोचिंग कक्षाओं का संचालन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि 25 डिग्री काॅलेजों में स्र्माट कक्षाऐं भी चलायी जायेंगी। जिन डिग्री काॅलेजों में भवन, शौचायल, पुस्तकालय नही है, ऐसे काॅलेजों में शीघ्र सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायेंगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी महाविद्यालयों में बेहतर शिक्षा का वातावरण तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके लिये असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति हेतु कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही गेस्ट एवं संविद टीचरों को भी पठन-पाठन के लिए रखा जायेगा। उन्होंने जानकारी दी कि देहरादून परेड ग्राउंड में 28 अगस्त से 9 दिवसीय राज्य स्तरीय पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश एवं वाहरी राज्यों के छात्र-छात्राओं, साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया है।
इस अवसर पर जिले के तीनों विधायकों ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा राज्यमंत्री को काॅलेज की समस्याओं से अवगत कराया। पीजी काॅलेज कर्णप्रयाग के प्राचार्य डा. जेसी घिल्डियाल ने उच्च शिक्षा राज्यमंत्री को अवगत कराया कि कर्णप्रयाग महाविद्यालय 40 नाली भूमि में बना है तथा विद्यालय के पास अभी भी 107 नाली भूमि शेष है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से विद्यालय की इस भूमि का सीमांकन करने के साथ साथ क्रीडा मैदान एवं लिंक रोड़ निर्माण की मांग भी की। उन्होंने विद्यालय में संगीत, जनरेलिज्म, टूरिज्म आदि विषयों को भी संचालित करने को भी कहा। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी केएन गोस्वामी, सहायक प्रोफेसर डा. जीसी बेंजवाल, डा. बन्दना तिवारी, डा. सत्यराज सिंह, छात्र संघ अध्यक्ष तेजेन्द्र सिंह रावत सहित अन्य जनप्रतिनिधि व काॅलेज के छात्र-छात्राऐं मौजूद थी।
इसके पश्चात् उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने फिलीपींस में आयोजित जूनियर एशियन बाॅक्सिंग प्रतियोगिता में भारत के लिए रजत पदक प्राप्त करने वाले घाट ब्लाक के धूनी गावं के निवासी सुरेन्द्र सिंह रावत को महाविद्यालय कर्णप्रयाग में सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि राज्य एवं देश का नाम रोशन करने वाले नौजवानों को राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तर पर भी सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी तथा थराली विधायक मगन लाल शाह ने भी रजद पदक विजेता सुरेन्द्र सिंह रावत का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए सम्मानित किया। उन्होंने इसे अपने जिले का गौरव बताया।