भारत के एमएसएमई सेक्टर के लिये खतरे की घंटी
मीडिया लाइव: इंडिया में सबसे अधिक एम्प्लॉयमेंट जनरेट करने वाले #MSME सेक्टर को लॉकडाउन से तगड़ा झटका लग सकता है. क्योंकि फिलहाल कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन के बाद से यह क्षेत्र अभी बन्द है. लेकिन यदि लॉक डाउन की अवधि आगे बढ़ती है या लंबी खिंचती है तो हालात बेहद खतरनाक हो सकते हैं. अनुमान के मुताबिक देश के करीब एक करोड़ से ऊपर छोटे और मझोले उद्योग पूरी तरह से बंद हो सकते हैं. यह खतरा इस क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों के लिए खतरे का इशारा तो कर ही रहा है. क्योंकि उद्योगों को चलाने के लिए बाजार में इस वक्त पूंजी की कमी है. लिहाजा ऐसा खतरा होना मुमकिन है. एक क्षेत्र के जानकार रवि वेंकटेशन का कहना है कि यदि लॉक डाउन चार से आठ हफ्ते बढ़ता है तो लगभग 25 फीसदी छोटे और मझोले उद्योग पूरी तरह से बंद हो जाएंगे. इस वक्त देश में लगभग 6.9 करोड़ ऐसे उद्योगों की संख्या है. इन हालातों में इस बात का अंदेशा है कि ऐसे में भारी संख्या में मानव शक्ति में छंटनी हो सकती है. उन्होंने कहा कि होटल उद्योग से अकेले करीब 1.2 करोड़ लोगों की नौकरी जा सकती है. वहीं 4.6 करोड़ रोजगार देने वाले खुदरा क्षेत्र से भी 1.1 करोड़ लोगों की नौकरियां जा सकती हैं. इसके अलावा इस क्षेत्र से जुड़े प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े दिहाड़ी मजदूरों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.