कोरोना पर भारी फागुन का होली मिलन
मीडिया लाइव : फागुन का महीना और होली के गीत हर भारतीय को उल्लास से भर देते हैं. इस वक्त बसंत अपने यौवन की तरफ बढ़ रहा है. भले इस बार बदलते मौसम के चलते लगातार हो रही बारिश और बर्फवारी से उत्तराखंड के लोगों को ठंड से निजात नहीं मिल पा रही है. इसका असर गढ़वाल-कुमाऊँ की खड़ी और बैठकी होली पर भी देखने को मिल रहा है. लेकिन बावजूद इसके लोग होली मिलन कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. खास कर देहरादून, हल्द्वानी, नैनीताल, पौड़ी, श्रीनगर , कोटद्वार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होली का दौर चल रहा है. देहरादून के कई मोहल्लों में घर-घर में होली उत्सव चल रहे हैं. लोगों ने अभी से अबीर -गुलाल लगाना शुरू कर दिया है. बद्रीश कॉलोनी में भी महिलाओं के एक समूह ने होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया, ये सभी महिलाएं एक दूसरे के घरों में जा कर सामूहिक रूप से होली के गीत गा रही हैं. एक दूसरे के परिवार से मिलजुल कर होली की शुभकामनाओं का संदेश दे रही हैं.
इसी बहाने ज्यादातर घरेलू काम में बिजी रहने वाली महिलाओं के लिए होली का यह त्योहार ज्यादा खास हो जाता है. उन्हें अपने लिए इतना ही समय मिल पाता है कि वह कुछ पल अपने मनोरंजन के लिए निकाल सकें. यहाँ शहर के कई इलाकों में तो होलियारों ने शानदार रंग जमा रखा है. उनसे होली के दिन तक भी इंतजार नहीं हो रहा है. स्कूली बच्चे रंग से सने हुए दिख जा रहे हैं. कही घरों में होली पर विशेष कीर्तन करवाये जा रहे हैं. ढोलियों के ढोल की थाप गली-मोहल्लों में सुबह -सुबह सुनाई देने लगी हैं. वे भी होली का शगुन लेने और शुभकामनाएं देने पहुंच रहे हैं. दुकानों में रंग गुलाल और कई तरह की पिछकारियां बच्चों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं. हालांकि की कोरोना वायरस का डर भी बना हुआ है. लेकिन यह भारत की सांस्कृतिक छटा है, जो कहां किसी भय से खुद को बिखेरने से रोक सकती है. इसलिए लोग यहां होली की पूरी तैयारी में जुटे हैं. सड़कों-चैराहों पर होलिका दहन के लिए तीन चार दिन पहले से ही लकड़ी के होली मंडप तैयार किये जा रहे हैं.बद्रीश कॉलोनी में होली मिलन कार्यक्रम में शामिल रीना पटवाल, अंशुल मिश्रा , पूनम अधिकारी ,विद्या राणा , संगीता भट्ट, नीता मोहन, सविता नौटियाल का कहना है कि बमुश्किल से हम लोगों को इस तरह से मिलने और मनोरंजन
करने का मौका मिलता है. होली हमारी सांस्कृतिक पहचान है जो देश में अलग-अलग तरह से खेली जाती है. हर समाज क्षेत्र में त्योहारों को मनाने का अपना ढंग होता है. लेकिन होली में सबसे बड़ी बात है कि यह आपसी मतभेद को समाप्त कर हंसी-खुशी एक साथ रहने का संदेश देता है.