नेशनल ग्लोबल न्यूज़

लद्दाख में बड़ी संख्या में चीनी सैनिक आ गये हैं, भारत पीछे नहीं हटेगा: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

इन दिनों भारत-चीन सीमा विवाद गरमा गया है. इसे लेकर अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सामने आए हैं. उन्होंने माना कि चीन के काफी सैनिक  भारतीय सीमा में आ गये हैं. लेकिन भारत अपने रुख पर बरकरार है. यहां पीछे हटने का सवाल ही नहीं होता.

पूरी दुनिया जहाँ COVID-19 जैसी घातक महामारी से जूझ रही है, वहीं हमारा पड़ौसी चीन अपने नापाक इरादों को फलीभूत करने के लिए भारत की सीमा में जबरन घुस आया है. इससे हालात गरमा गये हैं. दोनों देशों के बीच कई स्तर की बातचीत के बाद भी ड्रैगन मानने को तैयार नहीं है.
लगता है ऐसे में लद्दाख में हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्थित को पूरी तरह से साफ करते हुए कहा है कि लद्दाख क्षेत्र में बड़ी संख्या में चीनी सैनिक आ गये हैं. यह बात इस वक्त देश के तमाम मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही है. बताया जा रहा है कि एक न्यूज एजेंसी से साक्षात्कार में रक्षा मंत्री ने यह बात कही है.
मसला अब गम्भीर होता दिख रहा है. मीडिया में प्रसारित इस रिपोर्ट को हल्के में लेना सही नहीं होगा. बताया जा रहा है कि रक्षामंत्री ने कहा कि ‘फिलहाल की जो घटना है, ये बात सच है कि सीमा पर इस समय चीन के लोग भी हैं, उनका दावा है कि हमारी सीमा यहां तक है, भारत का ये दावा है कि हमारी सीमा यहां तक है.’

रक्षामंत्री ने दोनों ओर के दावे पर कहा, ‘उसको लेकर एक मतभेद हुआ है और अच्छी खासी संख्या में चीन के लोग भी आ गये हैं. लेकिन भारत को भी अपनी तरफ से जो कुछ भी करना चाहिये, भारत ने भी किया है.’रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि अब तक लद्दाख के सीमाई क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की खबरें तो आ रही थीं मगर अब सरकार ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि जिस हिस्से पर चीन और भारत दोनों अपने दावे करते हैं वहां चीन के सैनिक बड़ी संख्या में पहुंच गये हैं.

बता दें कि देशों के बीच बातचीत से भी अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है. बीते रोज भी दोनों देशों के बीच डिविजनल कमांडर स्तर की बैठक हुई. इस मसले पर डिविजनल कमांडर स्तर की ये तीसरी बैठक थी. इससे पहले ब्रिगेडियर और कर्नल रैंक के अधिकारियों की कई मौके पर बातचीत हो चुकी है. LAC पर तनाव कम करने के लिए सेना के साथ-साथ राजनयिक स्तर पर भी बातचीत चल रही है. लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है.

राजनाथ सिंह ने ये भी बताया कि 6 जून को दोनों देशों की सेना के अधिकारियों की एक बैठक प्रस्तावित है. साथ ही साफ किया कि भारत अपने रुख से पीछे नहीं हटेगा.