दोनों आयुक्तों ने कहा, मानसून दस्तक देने को है, सुरक्षा के सभी इंतजाम तेजी से पूरे करें

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मीडिया लाइव, पौड़ी: विश्व पर्यावरण दिवस के लिए स्मृति वन का शुभारंभ तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने को वृहद स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा। यह बात गढ़वाल आयुक्त डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरूषोत्तम ने आज अपने कैम्प कार्यालय कक्ष पौड़ी से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये आईजी गढ़वाल अजय रौतेला तथा गढ़वाल के सभी जिलाधिकारियों के साथ ग्रीष्मकालीन चारधाम यात्रा व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होने गढ़वाल के डीएम, पुलिस प्रशासन सहित अन्य सभी मंडलीय अधिकारी कर्मचारियों को लोकसभा चुनाव को सफलता एवं निष्पक्षता पूर्वक सम्पादन करने पर बधाई दी।

ग्रीष्मकालीन चारधाम यात्रा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए, आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि यात्रा अपनी चरम सीमा पर है। मानसून भी दस्तक देने वाली है, जिस हेतु सुरक्षा की समुचित इंतजाम तेजी के साथ पूर्ण करें। कहा कि अभी भी सड़कों में सुरक्षात्मक कार्य पूर्ण नहीं हुए है। जिस पर उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों को 15 दिन के भीतर सुरक्षात्मक कार्य पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होने उत्तरकाशी धौन्तरी मोटर मार्ग में अ.अ. द्वारा अच्छी कार्य किये जाने की बात कहीं। जबकि इसी तर्ज पर सभी मोटर मार्ग पर कार्य करवाने के निर्देश दिये। कहा कि संवेदनशील स्थलों को सुगम एवं सुरक्षित बनाना सुनिश्चित करेंगे। यात्रा व्यवस्था में धामों एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर पुलिस जवानों की कम तैनाती होने पर यात्रा व्यवस्थित में आ रही समस्या को लेकर, उन्होने गढ़वाल आईजी से सुरक्षा कर्मी बढ़ाने को कहा। जिस पर गढ़वाल आईजी ने कहा कि चारों धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम में एक-एक प्लाटून शीघ्र तैनात किया जायेगा। स्वच्छता एवं जीरो पॉलीथिन चारधाम यात्रा को लेकर उन्होने व्यवस्था की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।  गढ़वाल आयुक्त ने नवीन पहल स्मृति वन की शुभारंभ को लेकर गढ़वाल के समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में ऐसे भूमि चिन्हित करें। जहां वृक्ष लगाने का कार्य किया जा सके। कहा कि क्षेत्र में आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालुओं द्वारा उनकी स्व इच्छा के अनुसार स्मृति वन में वृक्ष लगाने का कार्य किया जाना है। जिसकी सम्पूर्ण देखभाल स्थानीय स्तर पर गठित स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जायेगा। संबंधित से वृक्ष रोपण से लेकर देखभाल की करीब 2000 रूपये लेकर, स्वयं सहायता समूह के खाते में जायेगा। इसकी शुभारंभ पर्यावरण दिवस 5 जून को किया जायेगा। जिसमें प्रथम चरण पर राजपत्रि अधिकारियों की एक-एक हजार सहयोग राशि से स्मृति वन में अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। उन्होने जिलाधिकारियों को दो दिन के भीतर भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिये। जिसकी सुरक्षा दिवार,घेरबाड हेतु एडीबी को निर्देशित किया। जबकि जिलाधिकारी को अन्य मद से भी सुरक्षात्मक कार्य करने को कहा। उन्होने कहा कि इसी दिवस 5 जून को शहरों से लेकर ग्रामीण स्तर तक पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने हेतु वृहद स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा। जिसमें ग्रामीण स्तर पर गठित समीतियों की अहम योगदान रहेगा।  वीडियों कांफ्रेन्स में जिलाधिकारी गढ़वाल धीराज सिह गर्ब्याल, हरिद्वार दीपक रावत, उत्तरकाशी डॉ. आशीष चौहान, टिहरी सोनिका, रूद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। जिला सूचना अधिकारी

मीडिया लाइव अल्मोड़ा: मानसून पूर्व तैयारियों के सम्बन्ध में आयुक्त कुमाऊॅ मण्डल राजीव रौतेला ने विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कुमाऊॅ मण्डल के समस्त जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कुमाऊॅ मण्डल के अधिकतर जनपद पहाड़ी क्षेत्रों में अवस्थित हैं जिनमें बादल फटने, भूस्खलन, मोटर मार्ग अवरूद्ध, नालों में तेज बहाव आदि की घटनायें मानसून काल के दौरान घटित होती है। इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुये कार्य योजना तैयार की जाय ताकि मानसून के दौरान किसी अप्रिय घटना के होने से बचा जा सके।

आयुक्त ने निर्देश दिये कि जनपद में स्थित सेना, एसएसबी, आईटीबीपी आदि के अलावा अन्य संस्थाओं से बैठक व समन्वय स्थापित कर लें ताकि जरूरत पड़ने पर उनका सहयोग लिया जा सके। उन्होंने निर्देश दिये कि आपदा के दौरान संवदेनशील समस्त क्षेत्रों व बन्द होने वाली सड़को का चिन्हिकन किया जाय साथ ही वैकल्पिक मार्गों की सूची भी तैयार भी की जाय ताकि समय से उस स्थान में आवगमन सुचारू किया जा सके। आयुक्त ने कहा कि समस्त संवेदनशील स्थानों पर आवश्यकता अनुसार जेसीबी आदि एवं अन्य उपकरणों की तैनाती कर लें। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान रिस्पांस टाईम कम से कम हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जाय।
आयुक्त ने निर्देश दिये कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये जनपद में क्राइसेस मैनेमेंट प्लान तैयार किया जाय। इस प्लान में जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता रहे इसके अलावा आपदा के दौरान उपयोग में लाये जाने वाले उपकरणांे व अन्य आवश्यक संसाधनों की सूची यथा समय उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि जिन विभागों को आपदा के दौरान कार्य करने हेतु उपकरणों की आवश्यकता है वे तत्काल आपदा मद से क्रय करने हेतु प्रस्ताव आपदा परिचालन केन्द्र को प्रेषित कर दें।
आयुक्त ने निर्देश दिये कि 10 जून से पूर्व दुरस्त क्षेत्रों में 3 माह का अतिरिक्त खाद्यान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में पूर्व में हुई घटनाआंे को चिन्हित किया जाय और उस दौरान क्या कमिया रह गयी थी उन पर कार्य करने के लिये माइक्रो प्लानिंग तैयार करें। उन्होंने कहा कि आपदा कन्ट्रोल रूम को एक वार रूम की भाॅति कार्य करने जरूरत है जो हमेशा किसी अप्रत्याशित घटना के लिये तैयार रहे।
वी.सी. में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल ने जनपद में मानसून से पूर्व तैयारियों के बारे में बताया और उपलब्ध संसाधनों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी.एन. मीणा, अपर जिलाधिकारी बी.एल. फिरमाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सविता हयांकी, अधीक्षण अभियन्ता लो.नि.वि. डी.एस. हयांकी, जिला शिक्षाधिकारी एच.बी. चंद, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, अग्निशमन अधिकारी वंश बहादुर यादव, जिला पूर्ति अधिकारी जगदीश वर्मा के अलावा लोक निर्माण विभाग, पूर्ति, शिक्षा, विद्युत, पेयजल निगम, जल संस्थान से जुडे अधिकारी उपस्थित थे।