ये भी प्रेम की दीवानी है
कहते हैं प्यार अंधा होता है. शायद ये खबर इसी इसी कहावत की एक बानगी है. जानकारी के मुताबिक़ जापानी राजघराने की राजकुमारी माको और की कूमोरो नाम के एक आम जापानी युवक पांच साल पहले पहली बार एक कॉमन फ्रेंड के जरिये इंटरनेशनल क्रिश्चियन यूनीवर्सिटी की एक पार्टी में मिले थे। बाद में दोनों में प्यार हुआ और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। खबरें हैं कि ये दोनों चर्च में शादी भी कर चुके हैं। कहा जा रहा है कि शादी से पहले ही चर्च के पादरी ने उनको बता दिया था कि इस शादी के बाद वो राजकुमारी नहीं रहेंगी और वो केवल एकं इंसान रह जायेंगी और उनको एक साधारण जीवन ही व्यतीत करना पड़ेगा पर वो पीछे नहीं हटी और उन्होंने कोमूरो से शादी कर ली।माको अपने पति कोमूरो को अपनी फैमिली से भी मिलवा चुकी हैं।
उनकी फैमिली को इस शादी से कोई शिकायत नहीं है। शादी की तारीख फिक्स होते ही इन दोनों की शादी पूरे रीति-रिवाजों के साथ की जायेगी। माको फैमिली की पहली ऐसी लड़की है जिसने शाही परिवार से बाहर निकलकर किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर पढ़ाई की। टोक्यो यूनीवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद माको ब्रिटेन चली गईं। वहां पर माको ने आर्ट म्यूजियम और गैलरी की पढ़ाई की। वर्तमान में माको यूनीवर्सिटी ऑफ टोक्यो म्यूजियम में बतौर रिसर्चर काम कर रही हैं।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी राजकुमारी ने अपने प्यार के लिए अपना राजसी पद छोड़ा है।जापान के राजपरिवार के प्रिंस अकीसीनो और प्रिंसेज कीको की बेटी माको 25 साल की है। माको के होने वाले पति का नाम की कोमूरो है। कोमूरो टोक्यो की इंटरनेशनल क्रिश्चियन यूनीवर्सिटी के स्टूडेंट है। माको के साम्राज्य की हाउस होल्ड ऐजेन्सी ने इस बात की पुष्टि की है कि कोमुरो एक 25 वर्षीय नौजवान है। जिसने टोक्यो की तोसुबासी युनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन किया है। साथ ही वो एक लॉ फर्म में काम कर रहा है। वो वायलन बजाने के साथ-साथ खाना भी बना सकता है। इसके साथ ही वो एक बीच में पर्यटन कर्मचारी भी है।