मीडिया लाइव : दौड़ती भागती जिंदगी और असंतुलित खानपान आज लोगों के लिए मोटापे कारण बनता जा रहा है. जो कई बीमारियों को जन्म दे रहा है. इसको लेकर लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ लोग मोटापे की ज़रा सी आशंका से ही टेंशन में आ जाते हैं. ऐसे लोग अपने शरीर के वजन को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं. वक्त बेवक्त बस शीशे के आगे खड़े हो कर अपने वजन और मोटाई का अंदाजा लगाने में लगे रहते हैं. आपको जैसा कि मालूम है कि मोटापे की असल वजह खान पान में असंतुलन और अनियंत्रित जीवन शैली ही सबसे बड़ा कारण माना जा
ता है. इसकी एक वजह यह भी है कि मोटापे से जूझ रहे लोग या इसे लेकर अति सतर्कता दिखाने वाले अक्सर उन दो चीजों के लिए कोई प्रयास नहीं करते जिस की वजह से इस समस्या से आसानी से निजत पाई जा सकती है. वह है वजन घटाने के लिए जरूरी एक्सरसाइज परफेक्ट डाइट कंट्रोल। इन दोनों ही कारणों से लोगों की तोंद बहर निकल आती है. जो ऐसे लोगों के डर का सबसे बड़ा कारण बन जाता है।
तोंद यानी पेट पर इकट्ठा हुआ फैट शरीर के बाकी हिस्सों जैसे हाथ, पैर, जांघ या कूल्हों की तुलना में ज्यादा खतरनाक होता है। इसे ट्रंकल ओबेसिटी कहते हैं। एक वयस्क महिला के कमर का घेरा 36 इंच और पुरुष का 40 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
वजन बढऩे पर परेशानी या तनाव लेने की बजाय डे प्लान बनाएं। उसमें अपनी क्षमता और समय के हिसाब से व्यायाम व डाइट तय करें। किसी बीमारी से ग्रसित हैं, तो विशेषज्ञ की सलाह से ही एक्सरसाइज व डाइट प्लान करें।
खाने में साबुत अनाज का हिस्सा बढ़ा दें। जैसे ज्वार, बाजरा, जौ आदि। इनमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे खाना आसानी से पच जाता है। इन अनाजों का ग्लाइसमिक इंडेक्स काफी कम होता है, इसलिए इन्हें खाने के बाद ब्लड में शुगर की मात्रा नहीं बढ़ती।
दूध, दही और पनीर खाएं क्योंकि इनमें कैल्शियम व प्रोटीन ज्यादा मात्रा में होते हैं। कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट लेने से शरीर में फैट ज्यादा मात्रा में नहीं बनेगा। ऐसे में पेट के आसपास जमा होने वाले बेली फैट की मात्रा में कमी आती है। मक्खन, मेवा, घी, मलाई, फास्टफूड आदि ना खाएं। खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें क्योंकि इनमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है, जिससे वजन नहीं बढ़ता। शरीर में सबसे पहले वजन उन्हीं हिस्सों से कम होना शुरू होता है, जहां सबसे पहले फैट जमा होना शुरू होता है। फिटनेस एक्सपर्ट मानते हैं कि डाइट प्लान पूरी बॉडी पर असर करता है, इससे हम शरीर के किसी खास हिस्से से फैट नहीं घटा सकते। जबकि भारतीय योग में इसके लिए कई तरह के योग और आसन बताये गए हैं. जो बॉडी के किसी खास हिस्से से फट कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं.