रूस में 12 अगस्त को कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन
रूस का दावा :
रूस ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल में जिन लोगों को यह वैक्सीन लगायी गयी, उन सभी में सार्स-सीओवी-2 के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता पायी गयी. यह ट्रायल 42 दिन पहले शुरू हुआ था. उस समय वॉलंटियर्स को मॉस्को के बुरदेंको सैन्य अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगायी गयी थी. ये लोग सोमवार को दोबारा अस्पताल आये और उनकी सघन जांच की गयी. इस दौरान पाया गया कि सभी लोगों में कोरोना वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा हुई है.
रूसी रक्षा मंत्रालय ने की वैक्सीन की समीक्षा :
इस जांच परिणाम के बाद सरकार ने रूसी वैक्सीन की तारीफ की है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि समीक्षा के परिणामों से यह स्पष्ट रूप से सामने आया है कि वैक्सीन लगने की वजह से लोगों के अंदर मजबूत रोग प्रतिरोधक प्रतिक्रिया विकसित हुई है. कहा कि किसी भी वॉलंटियर में कोई भी नकारात्मक साइड इफेक्ट नहीं पाये गए.