संस्कृति-पर्यावरण

हरेला और जोगियाणा स्कूल का है पुराना नाता

FacebookTwitterGoogle+WhatsAppGoogle GmailWeChatYahoo BookmarksYahoo MailYahoo Messenger

मीडिया लाइव, देहरादून: जनपद के डोईवाला ब्लॉक के प्रावि जोगियाणा में बीते कई सालों से हरेला पर्व पर हर साल विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे जाते रहे हैं। ये पर्यावरण सम्वर्द्धन का काम विद्यालय की शिक्षकाएँ छात्र-छात्राएं और अभिभावकों के अलावा कुछ सामाजिक सरोकारों से जुड़ी संस्थाएं व ग्रामीण मिलकर करते रहे हैं।

इस बार भी गुरुवार को यह पर्व बड़े ही उत्साह जनक ढंग से मनाया गया। जिसमें जोगियाणा गांव के कुछ जागरूक युवक भी शामिल हुए। सभी ने मास्क एवं सोशल डिस्टेन्सिंग को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में नीम, सहजन एवं अन्य पौधे लगाए सबने मिलकर स्कूल में सफाई अभियान भी चलाया।

गौरलतालब है कि बीते सालों में सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था धाद ने विद्यालय स्टाफ और बच्चों के साथ मिलकर यहां पौध रोपण किया था। पिछले सालों में लगाये पौधों की भी यहां लगातर देखभाल की जाती रही है, इसीलिये वे पौधे धीरे-धीरे पेड़ों के रूप में बड़े हो रहे हैं। कुछ में तो फल भी लगने लगे हैं। जिसमें अमरूद जैसे फलदार पौधे शामिल हैं। इस पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका बीना कण्डारी का कहना है कि यह एक सामूहिक प्रयास है। इसके अलावा ऐसे अभियानों के जरिये बच्चों के कोमल मन में पर्यवारण जैसे गंभीर विषयों की समझ विकसित करना है। ऐसे मौके पर गांव के लोगों और अभिभावकों के साथ प्रकृति संरक्षण व पर्यावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने का आह्वान किया जाता है। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि पेड़-पौधे पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए होते हैं। वह फल, छाया, औषधि और प्राणवायु देने वाले हैं। प्रकृति जितनी स्वस्थ रहेगी, जीवन उतना ही खुशहाल होगा। इस अवसर पर स.अ. विभा असवाल,अजय सिंह, क्रान्तिभूषण,धर्मेन्द्र सिंह, संजय सुमित, कुलदीप कण्डारी ,ममता कश्यप आदि उपस्थित रहे।