पौड़ी: होटल कारोबारियों के गले नहीं उतर रही सरकारी गाइड लाइन
मीडिया लाइव, पौड़ी गढ़वाल: प्रदेश में अनलॉक-1.0 शुरू हो चुका है. इसमें राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यटन व्यसाय को गति देने के लिए सरकार ने होटल, रेस्टोरेंट कारोबार को शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी है. लेकिन ये शर्तें होटल करोबारियों को रियायत कम और जी का जंजाल ज्यादा नजर आ रही है. इस पर तमाम जगहों से तार्किक सवाल उठने लगे हैं.

इस कारोबार से जुड़े लोगों की माने ,तो कड़े नियम कायदों और प्रतिबंधों के साथ तमाम जिम्मेदारियों का बोझ होटल कारोबारियों पर डाला गया है. ऐसे में उन्हें होटल खोलने में कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में पर्यटन व्यवसाय का उभरना मुश्किल लगता है. होटल में आने वाले लोगों पर कई नियम लागू होंगे, उन्हें बाहर घूमने और जाने की इजाजत नहीं होगी, एसोसिएशन का सवाल है कि भला ऐसे में कोई आखिर होटल में ठहरने क्यों आएगा. इन सभी बातों का विस्तृत अध्ययन करने के बाद मण्डल मुख्याल के होटल कारोबारियों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक बैठक आहूत की, जिसमें होटल एसोसिएशन पौड़ी ने सरकार की तरफ से जारी की गई गाइडलाइंस की शर्तों पर कड़ा ऐतराज जताया गया है। एसोसिएशन ने मांग की है कि होटल व्यवसाय को घाटे से उबारने के लिए आर्थिक राज्य सरकार पैकेज का ऐलान करे व गाइडलाइंस को लचीला व पर्यटन हित में बनाए। बैठक में मजूडा पदाधिकारियों ने कहा कि जो गाइड लाइन सरकार ने जारी की है उसमें दूर-दूर तक इस कारोबार का कोई अच्छा भविष्य नहीं दिखाई दे रहा है. यह केवल व्यवसाइयों के लिए महज अनावश्यक बोझ साबित होगा. इससे बतौर पर्यकत कोई भला क्यों किसी शहर में आएगा. इससे अच्छा है कि लोग होटल बन्द ही रखें. बेठक में यह भी कहा गया कि कोरोना महामारी से बचने के लिए तमाम उपाय किये जाने सही हैं. लेकिन मौजूदा शर्तों में होटल और पर्यटन उद्योग का कोई भला नहीं होने वाला. बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष बुद्धि पंत सचिव अनूप देवरानी, कोषाध्यक्ष रमेश नेगी, उपाध्यक्ष राहुल बिष्ट ,सुमन नेगी, लक्ष्मण सिंह व अन्य सदस्य ने मौजूद रहे।